औरंगज़ेब विवाद पर हुसैन दलवई ने डाला आग में घी, कहा – “अगर हिम्मत है तो कब्र हटाकर दिखाएं”

नागपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर फडणवीस में सच्ची हिम्मत है तो वे औरंगजेब की कब्र हटाकर दिखाएं।
“फडणवीस के बयानों से फैला सांप्रदायिक तनाव” – दलवई
हुसैन दलवई ने आरोप लगाया कि नागपुर हिंसा के लिए फडणवीस जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने औरंगजेब की कब्र को हटाने संबंधी बयान देकर मुसलमानों के खिलाफ माहौल तैयार किया।
“औरंगजेब की कब्र औरंगाबाद में है, नागपुर में आंदोलन करने की क्या जरूरत थी? अगर फडणवीस में हिम्मत है, तो वे कब्र हटाकर दिखाएं। मराठा इतिहास हमें बताता है कि कैसे हमारे शूरवीरों ने औरंगजेब को घुटने टेकने पर मजबूर किया था।”
“असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश”
दलवई ने यह भी कहा कि नागपुर हिंसा असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की एक साजिश है। उन्होंने चादर जलाने की घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर पुलिस पहले ही सख्ती दिखाती, तो हिंसा नहीं होती।
“मुसलमानों को भड़काने की साजिश”
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अहिंसात्मक विरोध करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला करके गलती की।
“हमारा नेता गांधीजी है। मुसलमानों को अहिंसा का रास्ता अपनाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे साफ है कि उनके पास नेतृत्व की कमी है। भाजपा और आरएसएस जानबूझकर ऐसे मुद्दे उठाते हैं ताकि मुसलमान भड़क जाएं।”
“फहीम खान की जांच होनी चाहिए”
दलवई ने यह भी कहा कि नागपुर हिंसा में शामिल फहीम खान की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग भाजपा और आरएसएस की मदद कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
- नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- विवाद की जड़ औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग से जुड़ी थी, जिस पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने बयान दिया था।
- हुसैन दलवई ने भाजपा पर धार्मिक मुद्दों के जरिए जनता को भड़काने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह साजिश रची गई है।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
नागपुर हिंसा के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस और विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, प्रशासन शहर में शांति बहाल करने और हिंसा की गहन जांच में जुटा हैं।