औरंगज़ेब की कब्र को तोड़ने जा रहे कट्टरपंथियों को पुलिस ने हिरासत में लिया

औरंगाबाद: मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। रविवार को छत्रपति संभाजी राजे शौर्य प्रतिष्ठान के कार्यकर्ताओं ने कब्र उखाड़ने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
मकबरे की सुरक्षा बढ़ाई गई
औरंगाबाद से करीब 30 किलोमीटर दूर खुल्ताबाद में स्थित इस मकबरे की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने मकबरे के चारों ओर धातु की चादरें लगाने के बाद अब कंटीले तार भी लगा दिए हैं। मकबरे को तीन तरफ से घेर लिया गया है, जबकि चौथी ओर एक छोटा प्रवेश द्वार है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसी कार सेवा की धमकी
दक्षिणपंथी संगठनों ने सरकार से मकबरा हटाने की मांग की है और बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसी कार सेवा करने की धमकी दी है। इसी को ध्यान में रखते हुए मकबरे की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
सरकार की जिम्मेदारी, अंतरराष्ट्रीय छवि दांव पर – ASI
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के एक अधिकारी ने कहा कि यह एक संरक्षित स्मारक है और इसकी सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस संरक्षित स्मारक को कोई नुकसान पहुंचता है, तो इससे भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हो सकती है।
स्थानीय लोग और प्रशासन सतर्क
मकबरे की देखभाल करने वाले फिरोज अहमद ने कहा कि पहले धातु की चादरें लगाई गई थीं, लेकिन अब सुरक्षा कारणों से कंटीले तारों को लगाने पर रोक लगा दी गई है। वहीं, स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
क्या होगा आगे?
औरंगजेब की कब्र को लेकर जारी यह विवाद कब शांत होगा, यह कहना मुश्किल है। लेकिन सरकार और प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।