औरंगाबाद: महिला के घर पर छापेमारी, अवैध साहूकारी का पर्दाफाश, वन विभाग ने कछुआ भी किया जब्त

औरंगाबाद। शहर के नंदनवन कॉलोनी में सहकार विभाग द्वारा की गई छापेमारी में अवैध साहूकारी (ग़ैरक़ानूनी रूप से कर्ज़ देना) का बड़ा खुलासा हुआ है। चारुशिला प्रभाकर इंगले नामक महिला के घर पर छापा मारने के बाद जो दस्तावेज और सामान बरामद हुए, उसे देखकर पुलिस और सहकार विभाग के अधिकारी भी हैरान रह गए।
छापेमारी में मिला ‘खजाना’
सहकार विभाग को सूचना मिली थी कि चारुशिला इंगले पिछले सात सालों से अवैध रूप से साहूकारी का धंधा कर रही थी। इस शिकायत के बाद विभाग ने महिला के घर और उसकी कपड़ों की दुकान पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को निम्नलिखित चीजें बरामद हुईं:
- 5 रजिस्टर, 2 लेजर बुक, 5 ज्वेलर्स की रसीदें, 6 करारनामे और कई जमीन संबंधी दस्तावेज।
- चारुशिला और उसके परिवार के 10 बैंक पासबुक, 50 अन्य महिलाओं के पासबुक, कोरे चेक और कर्ज़ से जुड़ीं तमाम एंट्रियां।
- सोना गिरवी रखकर दिए गए कर्ज़ की जानकारी, ब्याज वसूली की लिस्ट, हफ्ता वसूली और अन्य वित्तीय रिकॉर्ड।
कई शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई
चारुशिला इंगले के खिलाफ कई कर्ज़दारों ने सहकार विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। इन शिकायतों के आधार पर जब अधिकारियों ने छापेमारी की, तो इस अवैध वित्तीय लेन-देन का पर्दाफाश हुआ।
घर में मिला ‘स्टार कछुआ’, वन विभाग ने किया जब्त
छापेमारी के दौरान चारुशिला के घर में एक स्टार कछुआ भी मिला। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत स्टार कछुए को घर में पालना अवैध है। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया, जिन्होंने कछुए को जब्त कर पशु संरक्षण केंद्र में भर्ती कराया।
चारुशिला इंगले पर दोहरी कार्रवाई
अब सहकार विभाग और वन विभाग दोनों ने चारुशिला इंगले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अवैध साहूकारी के मामले में कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई होगी, वहीं वन विभाग भी अवैध रूप से कछुआ पालने के लिए अलग से केस दर्ज करेगा।
इस छापेमारी ने शहर में हड़कंप मचा दिया है और पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।