बीड में गुंडाराज पर राज ठाकरे का हमला: “राख से फीनिक्स पक्षी नहीं, बल्कि गुंडे पैदा हो रहे हैं”

बीड: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने बीड में बढ़ते अपराध और गुंडागर्दी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड पर पहली बार खुलकर बयान दिया और बीड के गुंडाराज पर अपनी कड़ी राय रखी।
राज ठाकरे ने कहा, “कंपनी की राख से यह अपराध जन्मा है। कहा जाता है कि राख से फीनिक्स पक्षी पैदा होता है, लेकिन बीड में तो राख से गुंडे पैदा हो रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि संतोष देशमुख की हत्या वाल्मिक कराड के लोगों ने की, लेकिन बाद में इस हत्या को जातीय रंग देने की कोशिश की गई।
हत्या का असली कारण पैसा, फिर जातीय राजनीति क्यों?
राज ठाकरे ने कहा कि इस हत्या का असली कारण पैसा और उगाही था, लेकिन इसे मराठा और वंजारी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष में बदल दिया गया। उन्होंने सवाल किया, “मुद्दा पैसों का था, फिर इसे जातिवाद से क्यों जोड़ा गया?”
उन्होंने आगे कहा, “संतोष देशमुख को बेहद क्रूर तरीके से मारा गया। यह पूरा मामला कोयले और उगाही से जुड़ा हुआ था। बीड में राख से गुंडे तैयार किए जा रहे हैं। यह सारा मुद्दा पैसे का था, लेकिन इसे जातिवादी रंग दे दिया गया।”
“जातीय राजनीति से बचें, युवाओं की नौकरियों पर ध्यान दें”
राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ते जातीय तनाव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आज युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही, लेकिन कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा। पहले कई मराठा मुख्यमंत्री बने, लेकिन मराठा समाज की स्थिति क्यों नहीं बदली?”
उन्होंने अपील की कि “जातीय राजनीति से बचें और युवाओं के भविष्य की ओर ध्यान दें।” उन्होंने यह भी कहा कि “जाति के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है।”
“मराठी बोलो, नहीं तो कानफाड़ दूंगा” – राज ठाकरे का सख्त संदेश
राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में मराठी भाषा के संरक्षण पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “मराठी व्यक्ति आज असुरक्षित महसूस कर रहा है। अगर हमारे ही राज्य में हमें मराठी बोलने से रोका जाएगा, तो मैं कानफाड़ दूंगा।”
उन्होंने सभी मराठी भाषी लोगों से अपील की कि वे बैंकों और सरकारी कार्यालयों में जाकर देखें कि वहां मराठी भाषा में काम हो रहा है या नहीं। अगर नहीं हो रहा, तो उन्हें मजबूर करें।
बीड में बढ़ते अपराध पर सरकार क्या करेगी?
राज ठाकरे के इस बयान के बाद बीड में बढ़ते अपराध और जातीय राजनीति पर नई बहस छिड़ गई है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम उठाएगी, या यह मामला सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी तक सीमित रहेगा?