कंगना रनौत का विवादास्पद बयान: महात्मा गांधी को लेकर उठे सवाल
हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। 2 अक्टूबर को उन्होंने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को लेकर एक पोस्ट किया, जिसने नई चर्चा को जन्म दिया है।
विवाद का कारण
कंगना रनौत ने शास्त्री जी की 120वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा, “देश के पिता नहीं, देश के तो लाल होते हैं। धन्य हैं भारत मां के ये लाल।” इस पोस्ट में उन्होंने महात्मा गांधी के प्रति एक तरह से अनादर जताते हुए उनकी छवि को कमतर करने का प्रयास किया, जो विवाद का मुख्य कारण बना।
कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी ने कंगना के इस बयान की कड़ी आलोचना की है। पार्टी की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “गोडसे के उपासक बापू और शास्त्री जी में अंतर करते हैं। क्या नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी के नए गोडसे भक्त को दिल से माफ करेंगे?” उन्होंने गांधी जी को राष्ट्रपिता और शहीद बताते हुए सभी का सम्मान किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
भाजपा के भीतर भी असहमति
भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोरंजन कालिया ने भी कंगना के बयानों की निंदा की। उन्होंने कहा, “मैं गांधी जी की 155वीं जयंती पर कंगना रनौत की टिप्पणियों की निंदा करता हूं। राजनीति एक गंभीर मामला है, और बोलने से पहले सोचने की जरूरत है।”
पूर्व में भी रही हैं विवादित बयानों में शामिल
यह पहली बार नहीं है जब कंगना रनौत को विवादों का सामना करना पड़ा है। कृषि कानूनों और किसानों के विरोध प्रदर्शन पर उनकी टिप्पणियों ने भी उन्हें आलोचना का शिकार बनाया था। इससे यह सवाल उठता है कि क्या कंगना का राजनीतिक जीवन उनके विवादित बयानों के कारण संकट में पड़ सकता है।
कंगना रनौत का यह विवादास्पद बयान न केवल कांग्रेस बल्कि भाजपा के भीतर भी असहमति को जन्म दे रहा है। राजनीति में ऐसी टिप्पणियों के संभावित प्रभाव को लेकर विचार करना जरूरी है, विशेषकर जब देश की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति इतनी संवेदनशील हो। कंगना के बयानों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि राजनीतिक संवाद में जिम्मेदारी और विवेक की कितनी आवश्यकता है।