“होश में आओ मुसलमानों! यह बिल तुम्हारी ज़मीनें छीनने की साजिश है” असदुद्दीन ओवैसी वक्फ बिल को लेकर मोदी सरकार पर बरसे
ओवैसी ने कहा कि जो मुसलमान इस बिल का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि सरकार कल को उनके पूर्वजों के कब्रिस्तान को खत्म कर देगी। उन्होंने इस कानून को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा, "यह वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का एक बड़ा षड्यंत्र है।"
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बड़ा हमला बोला है। ओवैसी ने सीधे तौर पर कहा कि भारत को चीन से खतरा है, लेकिन RSS प्रमुख मोहन भागवत इस पर कोई बात नहीं करेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने न सिर्फ हिंदुओं और मुसलमानों को तकलीफ दी है, बल्कि ओबीसी समुदाय को भी परेशानी में डाल दिया है।
वक्फ बिल को लेकर तीखा विरोध
ओवैसी ने अपने बयान में वक्फ संपत्तियों से संबंधित नए बिल को लेकर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह वक्फ बिल लाकर सरकार मुसलमानों की जमीनें छीनना चाहती है। देश में 300 साल पुरानी मस्जिदें, कब्रिस्तान, और ईदगाहें हैं जिनका कोई स्पष्ट रिकॉर्ड नहीं है। इस बिल के तहत सरकार कलेक्टर को इतनी शक्ति देगी कि वह वक्फ संपत्तियों पर आसानी से कब्जा कर सकेगा। ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय से अपील करते हुए कहा, “होश में आओ मुसलमानों! यह बिल तुम्हारी जमीन छीनने की साजिश है, और जो लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, वे आगे चलकर पछताएंगे।”
“कब्रिस्तान खत्म किए जाएंगे”
ओवैसी ने कहा कि जो मुसलमान इस बिल का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि सरकार कल को उनके पूर्वजों के कब्रिस्तान को खत्म कर देगी। उन्होंने इस कानून को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा, “यह वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का एक बड़ा षड्यंत्र है।” उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे मंगरोल शाह की 1200 साल पुरानी दरगाह को गिरा दिया गया, वैसे ही सरकार पूरे देश में मस्जिदों और दरगाहों को गिराना चाहती है।
वक्फ हमारी पुश्तैनी संपत्ति, सरकार ने नहीं दी
ओवैसी ने जोर देकर कहा कि वक्फ संपत्तियां हमारे पूर्वजों की विरासत हैं, जिन्हें हमें सरकार ने नहीं दी। यह हमारी पुश्तैनी संपत्ति है और सरकार का इस पर कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने मदरसे चलाने वाले लोगों को भी चेतावनी दी और कहा कि इस कानून के जरिए सरकार उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर जेल में डालना चाहती है।
हिंदू धर्म में भी है वक्फ कानून
ओवैसी ने वक्फ कानून को लेकर संघ के दावों को गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि संघ के लोग दावा करते हैं कि वक्फ कानून सिर्फ मुसलमानों के लिए है, लेकिन सच्चाई यह है कि हिंदू धर्म में भी वक्फ बाई यूजर कानून मौजूद है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वक्फ संपत्तियों पर कोई लिमिटेशन पीरियड लागू नहीं होता, जबकि संघी लोग इसे लेकर भ्रामक बातें फैला रहे हैं।
मुंबई की सबसे ऊंची बिल्डिंग का मामला
ओवैसी ने अपने बयान में एक और बड़ा मुद्दा उठाते हुए कहा कि मुंबई की सबसे ऊंची इमारत एक यतीमखाने की जमीन पर बनाई गई है। उन्होंने दावा किया कि इस जमीन को मात्र 2100 रुपये में खरीदा गया था, जबकि आज उसकी कीमत 2000 करोड़ रुपये है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बिल्डिंग के मालिक के बेटे की शादी में शामिल हुए थे और अब इस कानून के जरिए उसके पिता को एक बड़ा तोहफा देना चाहते हैं।
मुस्लिम समुदाय को चेतावनी
अपने भाषण के अंत में, ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय से जागरूक होने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार इस कानून के जरिए वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है, और अगर मुसलमान अभी नहीं जागे तो उनके पूर्वजों की विरासतें उनसे छीन ली जाएंगी। ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा कि यह कानून वक्फ संपत्तियों को खत्म करने की साजिश है, और इसे रोकने के लिए मुस्लिम समुदाय को संगठित होकर विरोध करना होगा।
ओवैसी के इन बयानों से सियासी हलचल तेज हो गई है, और यह साफ है कि वक्फ संपत्तियों को लेकर सरकार और मुस्लिम नेतृत्व के बीच खींचतान बढ़ सकती है।