सनातन धर्म के प्रचारक बाबा बालक नाथ पर FIR दर्ज,: नशीला लड्डू खिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप
सनातन धर्म के प्रसिद्ध प्रचारक बाबा बालक नाथ के खिलाफ एक लड़की ने गंभीर आरोप लगाया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि बाबा ने उन्हें नशीला लड्डू खिलाकर अपने अनुयायियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया। इस घटना के बाद बाबा के खिलाफ पुलिस ने धारा 376D (सामूहिक बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया है।
आरोपों का विवरण
लड़की ने बताया कि बाबा बालक नाथ ने उसे एक नशीला लड्डू खिलाया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। इसके बाद, बाबा और उनके अनुयायियों ने उसका दुष्कर्म किया। इस आरोप के बाद मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया, विशेषकर जब से सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो ने बाबा के खिलाफ जनता का गुस्सा भड़का दिया है और कई लोग सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
बाबा के अनुयायियों की प्रतिक्रिया
बाबा बालक नाथ के अनुयायी और समर्थक इस मामले में दो धड़ों में बंट गए हैं। कुछ लोग बाबा को निर्दोष बताते हुए इसे एक षड्यंत्र करार दे रहे हैं, जबकि अन्य इस मामले में पुलिस द्वारा कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। समर्थकों ने बाबा के प्रति अपनी निष्ठा जताते हुए उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।
राजनीतिक संबंध और प्रभाव
बाबा बालक नाथ के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जिससे इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप की संभावना जताई जा रही है। कुछ लोगों का मानना है कि बाबा के राजनीतिक संपर्क उनके बचाव में आ सकते हैं, जबकि अन्य इस पर नजर बनाए हुए हैं कि क्या कानून का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। राजनीतिक हस्तक्षेप की आशंका ने इस मामले को और जटिल बना दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बाबा को किसी तरह का संरक्षण मिलेगा या पुलिस अपनी कार्रवाई जारी रखेगी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने इस मामले में कहा है कि वे जांच कर रहे हैं और सभी तथ्यों का परीक्षण करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान सभी संबंधित गवाहों और सबूतों को इकट्ठा किया जाएगा। बाबा बालक नाथ की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके वकीलों ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इसे बाबा की छवि खराब करने का प्रयास बताया है।
समाज में चर्चा और प्रतिक्रिया
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, इस मामले पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं। मीडिया और जनता के दबाव के बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी होती है या फिर राजनीतिक समर्थन उन्हें बचा पाता है।
इस घटना ने न केवल बाबा के अनुयायियों को बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को भी प्रभावित किया है। कई लोग इस मामले को लेकर अलग-अलग राय रख रहे हैं, और यह मुद्दा एक सामाजिक चर्चा का कारण बन गया है। अब यह महत्वपूर्ण है कि कानून का पालन सुनिश्चित किया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो।