महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: शिराला में अमित शाह का विपक्ष पर तीखा प्रहार, विकास के लिए महायुती की सरकार को बताया आवश्यक
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए चल रही तैयारियों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिराला में एक जनसभा को संबोधित किया और जनता से महायुती को वोट देने की अपील की। अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव में जनता को निर्णायक भूमिका निभानी होगी और भाजपा महायुती सरकार बनाकर महाराष्ट्र को नंबर 1 राज्य बनाने के अपने संकल्प पर कायम है।
महाराष्ट्र के विकास के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता
शाह ने अपने भाषण में महाराष्ट्र के विकास की बात करते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार है। अगर राज्य में भी भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार बनती है, तो यह राज्य को चहुंमुखी विकास की ओर ले जाएगी। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी सत्ता में आने पर किसानों की जमीनें वक्फ बोर्ड को सौंपने का प्रयास कर सकती है। उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया और इसे राज्य के विकास में बाधक बताया।
धारा 370 और विपक्ष पर हमला
अमित शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे को भी उठाया और जनता से पूछा कि क्या कश्मीर हमारा है या नहीं? उन्होंने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना का एक धड़ा अनुच्छेद 370 के हटने का विरोध कर रहा था, जो कि देश के हित में नहीं है। शाह ने इसे केंद्र सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया और कहा कि इसे हटाकर केंद्र सरकार ने देश की एकता और अखंडता को मजबूत किया है।
राम मंदिर निर्माण का जिक्र
शाह ने अपने संबोधन में राम मंदिर निर्माण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 500 सालों से भगवान राम को टेंट में रखे हुए थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने राम मंदिर का भूमि पूजन और निर्माण कार्य को तेजी से संपन्न किया। इसके साथ ही उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार की बात करते हुए भाजपा की सांस्कृतिक प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
विपक्ष की नाकामियां गिनाईं
अमित शाह ने कांग्रेस और एनसीपी के 10 वर्षों के शासनकाल को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक अघाड़ी सरकार ने महाराष्ट्र के लिए केवल 1.91 हजार करोड़ रुपये का ही योगदान दिया, जबकि मोदी सरकार ने 2014 से अब तक महाराष्ट्र को 10 लाख 15 हजार करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। इससे राज्य में चौतरफा विकास हुआ है। शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हर साल 6000 रुपये की सहायता प्रदान की है।
आयुष्मान भारत और अन्य जनहित योजनाओं का लाभ
अमित शाह ने आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि 10 लाख गरीबों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया है। उन्होंने सांगली जिले की महिलाओं के लिए लागू की गई लाडकी बहीण योजना की भी सराहना की और कहा कि इससे महिलाओं को सशक्त बनाने का काम हो रहा है।
विपक्ष पर वादों को लेकर निशाना
अमित शाह ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि खड़गे ने कांग्रेस नेताओं से संभल कर वादे करने की बात कही थी, क्योंकि कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना में किए गए उनके वादे पूरे नहीं हुए। इसके विपरीत भाजपा अपने वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा कि महायुती सरकार ही राज्य में स्थायित्व और विकास ला सकती है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को मजबूत कर सकती है।
अमित शाह का यह भाषण महाराष्ट्र चुनाव में महायुती के पक्ष में समर्थन जुटाने की एक कोशिश है, जिसमें उन्होंने भाजपा की उपलब्धियों और विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए जनता से भाजपा को समर्थन देने की अपील की है।