अबू आजमी को उद्धव ठाकरे का समर्थन: शिवसैनिकों में नाराज़गी की लहर
महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा समाजवादी पार्टी के नेता और मानखुर्द-शिवाजीनगर के विधायक अबू आजमी को समर्थन देने का फैसला एक बड़ी हलचल का कारण बन गया है। महाविकास अघाड़ी के आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में आजमी का शिवसेना में स्वागत किया गया, जिससे शिवसैनिकों और मराठी समुदाय में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है। शिवसेना के परंपरागत मतदाताओं में यह कदम विवादास्पद माना जा रहा है, क्योंकि आजमी का हिंदू विरोधी बयानों और शिवसेना के साथ लंबे समय से चले आ रहे वैचारिक मतभेदों का इतिहास रहा है।
1. महाविकास अघाड़ी में शिवसेना-समाजवादी गठबंधन
शिवसेना और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन महाविकास अघाड़ी को मजबूत करने की रणनीति के तहत किया गया है। अबू आजमी के मानखुर्द क्षेत्र में शिवसेना शाखा में स्वागत ने शिवसेना कार्यकर्ताओं में नाराजगी की लहर फैला दी है। यह गठबंधन शिवसेना के परंपरागत मतदाता आधार और पार्टी की वैचारिक स्थिरता पर संभावित प्रभावों पर प्रश्न खड़े कर रहा है।
2. आजमी के बयान और शिवसेना के पारंपरिक विरोध
2009 में आजमी द्वारा हिंदुओं के प्रति की गई टिप्पणी के बाद, शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने उनकी खुलकर आलोचना की थी। बालासाहेब ठाकरे के विचारों और मराठी समुदाय पर आजमी के विवादास्पद बयानों ने शिवसैनिकों में उनकी छवि को नकारात्मक रूप से स्थापित कर दिया था। अब, उद्धव ठाकरे द्वारा आजमी को समर्थन देना शिवसेना की मौजूदा दिशा और नीति पर सवाल खड़ा कर रहा है।
3. उद्धव ठाकरे की रणनीति पर आलोचना
विपक्षी नेताओं एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के इस फैसले की आलोचना करते हुए इसे शिवसेना के मूल विचारों से भटकाव का संकेत बताया है। इस गठबंधन ने शिवसैनिकों में असंतोष की भावना को बढ़ावा दिया है, जो पार्टी के पारंपरिक मराठी और हिंदू मतदाता आधार में विवाद का कारण बन रहा है।
4. आगे की राजनीति और पार्टी की छवि पर असर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उद्धव ठाकरे का यह कदम महाविकास अघाड़ी को मजबूत करने का प्रयास है, लेकिन शिवसेना के कई समर्थक इस रणनीति से असहमत हैं। इस गठबंधन ने शिवसेना की वैचारिक स्थिरता और पार्टी के भविष्य की दिशा पर प्रश्न खड़े किए हैं। बालासाहेब ठाकरे द्वारा लिखे गए संपादकीय लेखों में आजमी के हिंदुत्व विरोधी दृष्टिकोण की आलोचना को देखते हुए, शिवसेना के परंपरागत मतदाता वर्ग में यह चिंता और भी गहरी हो गई है।
5. महाराष्ट्र के चुनावी परिदृश्य पर प्रभाव
विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, इस गठबंधन का शिवसेना के मतदाताओं पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। उद्धव ठाकरे का अबू आजमी को समर्थन महाराष्ट्र की राजनीति में एक अप्रत्याशित और महत्वपूर्ण मोड़ है, जो शिवसेना के पारंपरिक मतदाताओं के बीच असंतोष और असहमति का कारण बन सकता है।