भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा का पुर-असर इख्तिताम
राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी इलाके में मुनअकिद चार रोज़ा आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आज सुबह दुआओं के साथ पुरसुकून इख्तिताम हो गया। इस बरगुज़ीदा जलसे का आग़ाज़ फजर की नमाज़ से हुआ, जिसके बाद मौला सआद ने अपने ख़ास बयान से शिरकत करने वालों को रुहानी पैग़ाम दिया। इख्तिताम के बाद मुख्तलिफ़ ममालिक और रियासतों से तशरीफ़ लाने वाली करीब 2000 जमातें अपने-अपने मुक़ामात की तरफ़ रवाना हो गईं।
शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव
इज्तिमा के इख्तिताम के बाद भोपाल की सड़कों पर बेपनाह भीड़ नज़र आई। लाम्बाखेड़ा, करोंद, मुबारकपुर, पटेल नगर, गांधी नगर, अयोध्या नगर बायपास, लालघाटी चौराहा, रॉयल मार्केट, और नादरा बस स्टैंड जैसे इलाकों में गाड़ियों की तादाद से ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया।
रेलवे की ख़ुसूसी इंतज़ामात
रेलवे ने इज्तिमा में शिरकत करने वालों के सफर को आसान बनाने के लिए ख़ुसूसी इंतज़ाम किए। भोपाल रेलवे स्टेशन पर चार मज़ीद टिकट काउंटर खोले गए। इसके अलावा भोपाल-इटारसी एक्सप्रेस और भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस में 2 दिसंबर और 3 दिसंबर को मज़ीद जनरल कोच लगाए गए।
इज्तिमा में उम्दा इंतेज़ामात
इस आलमी इज्तिमा में आए हुए मेहमानों के लिए 500 से ज़्यादा चार्जिंग पॉइंट और 2000 से ज्यादा लोगों के लिए खाने और रहने का शानदार इंतज़ाम किया गया। भोपाल प्रशासन ने इस नुमायां जलसे के लिए पहले से मुकम्मल तैयारियां कर रखी थीं, ताकि मेहमानों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
इज्तिमा की अहमियत
यह आलमी तब्लीगी इज्तिमा सिर्फ़ एक मज़हबी जलसा नहीं, बल्कि भाईचारे, रुहानी और इंसानी यकजहती का मज़हर है। इस जलसे ने मुख्तलिफ़ ममालिक और तहज़ीबों को एक जगह पर जमा करके भोपाल को आलमी सतह पर एक ख़ास पहचान दी है।