यहां बाबर, अकबर, हुमायूं के नाम क्यों?’ लाल किला-कुतुब मीनार पर भी गिरिराज सिंह का दावा!
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बीच बयानबाजी ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। खड़गे ने आरोप लगाया कि देश में माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा, “कुछ लोग मस्जिदों के अंदर मंदिर की बातें कर रहे हैं। जल्द ही ये लोग लाल किले को भी मुद्दा बनाएंगे और इसे गिराने की मांग करेंगे।”
गिरिराज सिंह का पलटवार
खड़गे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, “खड़गे साहब समाज में भ्रम ना फैलाएं। समाज के सदाचार को बर्बाद ना करें। आप हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बनाते हैं। सर्वे करवाना कोर्ट का आदेश था, क्या आप कानून को नहीं मानेंगे?”
गिरिराज सिंह ने आगे कहा, “लाल किले के अंदर अगर कोई सबूत मिलता है, तो मामला कोर्ट में जाएगा। नेहरू के कारण हमें आज यह सब झेलना पड़ रहा है। कुतुब मीनार और अन्य मुगलकालीन संरचनाओं को हटा देना चाहिए। यहां बाबर, अकबर और हुमायूं जैसे नाम रखने की जरूरत ही क्या है?”
सर्वे और सांप्रदायिकता पर बहस
सर्वे को लेकर उठे सवालों पर गिरिराज सिंह ने इसे कोर्ट के आदेश का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि सर्वे से कोई मस्जिद या मकान गिरता नहीं है, यह सिर्फ सच जानने का माध्यम है।
खड़गे के आरोप और इतिहास पर विवाद
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बयान दिया कि कुछ लोग इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं और धार्मिक स्थलों को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश को धार्मिक और सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश हो रही है।
सियासी हलकों में चर्चा तेज़
दोनों नेताओं के बयानों के बाद सियासी गलियारों में बहस तेज हो गई है। एक ओर गिरिराज सिंह ऐतिहासिक स्थलों को लेकर अपनी कट्टर राय जाहिर कर रहे हैं, तो दूसरी ओर खड़गे इसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बता रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर राजनीति और कितनी गर्म होती है।