Breaking NewsPolitics

कालीचरण ने कहा हिंदू राष्ट्र के लिए 10 बच्चे पैदा करें, मंदिरों के ऊपर मस्जिदें, वक्फ बोर्ड खत्म करें…

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा के बाद भारत में रोष बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में कालीचरण महाराज ने हिंदू समाज को एकजुट होकर हिंदू राष्ट्र बनाने की अपील की है। उसने कहा कि हिंदुओं को दस बच्चे पैदा करने चाहिए और जातिवाद को खत्म कर सभी को एकजुट होना चाहिए।

हिंदू राष्ट्र की मांग

कालीचरण महाराज ने कहा, “हिंदू राष्ट्र के लिए सभी हिंदुओं को एक होना होगा। जातिवाद हिंदुत्व को कमजोर कर रहा है। कर्म से व्यक्ति की पहचान होनी चाहिए, जाति से नहीं।” उसने बांग्लादेश जैसे हालात से बचने के लिए हिंदू समाज को अधिक संगठित और जागरूक रहने पर जोर दिया।

वोट जिहाद का आह्वान

कालीचरण ने हिंदू समाज को वोटिंग में एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, “हमें वोट जिहाद शुरू करना होगा। हिंदू समाज को अपने वोट उन लोगों को देना चाहिए जो हिंदू एकता और उनके हित की बात करते हैं। इसी से हिंदू राष्ट्र की स्थापना संभव होगी।”

साधु-संतों को राजनीति में आने की सलाह

कालीचरण ने साधु-संतों को राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की बात कही। उसने कहा, “अगर हमें राम राज्य चाहिए तो हमें धर्म आधारित राजनीति करनी होगी। हिंदू समाज को अपने शासक के रूप में धर्मपरायण लोगों को चुनना चाहिए।”

वक्फ बोर्ड और मंदिरों पर बयान

वक्फ बोर्ड को लेकर उसने कहा कि इसे समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि “भारत की पुरानी मस्जिदों के नीचे मंदिर दबे हैं।” साथ ही, देश विरोधी कानूनों को खत्म करने की भी बात कही।

गोडसे और गांधी पर विवादित बयान

कालीचरण ने नाथूराम गोडसे को महात्मा बताते हुए कहा, “रघुपति राजा राम देश बचा गए नाथूराम। गोडसे महात्मा हैं, जबकि गांधी दुरात्मा।”

समाज में चर्चा और विवाद

महाराज कालीचरण के बयान ने हिंदू समाज में चर्चा और राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। उसके सुझावों और विवादित टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। वहीं, हिंदू राष्ट्र के पक्ष में उनके समर्थकों ने उसके विचारों को सराहा है।

यह बयान देश में धर्म, राजनीति और सामाजिक एकता को लेकर नई बहस को जन्म दे सकता है।

खासदार टाइम्स

खासदार टाईम्स {निडर, निष्पक्ष, प्रखर समाचार, खासदार की तलवार, अन्याय पे प्रहार!} हिंदी/मराठी न्यूज पेपर, डिजिटल न्यूज पोर्टल/चैनल) RNI No. MAHBIL/2011/37356 संपादक - खान एजाज़ अहमद, कार्यकारी संपादक – सय्यद फेरोज़ आशिक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button