शरद पवार से अजित पवार की मुलाकात के बाद संजय शिरसाट ने जताई सुलह की उम्मीद
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार से उनके 84वें जन्मदिन के अवसर पर मुलाकात की। इस मुलाकात ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि शरद पवार कभी भी एक ही पार्टी में सीमित नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा, “संभावना है कि भविष्य में शरद पवार और अजित पवार फिर से साथ आ सकते हैं। ऐसा लगता है कि बातचीत चल रही है और सभी नेता एकजुट हो सकते हैं।”
मुलाकात के दौरान गर्मजोशी
दिल्ली स्थित अपने आवास पर शरद पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान अजित पवार, उनकी पत्नी, प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल जैसे वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। अजित पवार ने अपने चाचा को बधाई दी और आशीर्वाद लिया। प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “हम हर साल शरद पवार को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हैं और उनका मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं।”
गठबंधन और मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा
संजय शिरसाट ने इस मुलाकात के राजनीतिक महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शरद पवार के राजनीतिक इतिहास को देखते हुए, उनके और अजित पवार के बीच फिर से गठजोड़ संभव है। वहीं, अजित पवार ने मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
शरद पवार का राजनीतिक सफर
पुणे के बारामती से ताल्लुक रखने वाले शरद पवार ने राजनीति में कम उम्र में कदम रखा। 24 साल की उम्र में राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने और 32 साल के राजनीतिक जीवन में सात बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र ने औद्योगिक और आर्थिक क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत किया।
पार्टी विभाजन के बाद का राजनीतिक परिदृश्य
पिछले साल जुलाई में अजित पवार ने एनसीपी में विभाजन कर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ गठबंधन किया। इस कदम से शरद पवार और अजित पवार के बीच दूरी बढ़ गई थी। हालांकि, इस मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच संभावित सुलह की अटकलों को हवा दी है।
क्या एनसीपी फिर से एकजुट होगी?
राजनीतिक विशेषज्ञ इस मुलाकात को एनसीपी के भीतर संभावित बदलाव के संकेत के रूप में देख रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि शरद पवार और अजित पवार के रिश्ते में क्या नया मोड़ आता है और महाराष्ट्र की राजनीति पर इसका क्या असर पड़ता है।