मंदिर-मस्जिद, चर्च से लेकर गुरुद्वारों तक राष्ट्रगान हो अनिवार्य”: भाजपा विधायक का बयान
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन बीजेपी विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने राष्ट्रगान को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रगान को अब तक अनिवार्य नहीं किया गया है, यही सबसे बड़ी परेशानी है। यह भारत के संविधान में स्वीकार किया गया है कि राष्ट्रगान और राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान देना अनिवार्य है। जो लोग इसमें बाधा खड़ी कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि यह देश अरब या पाकिस्तान से नहीं चल रहा है।”
“मदरसे और ईसाई स्कूलों में भी गाया जाए राष्ट्रगान”
रामेश्वर शर्मा ने यह भी कहा कि राष्ट्रगान हिंदुस्तान का स्वाभिमान है और इसे हर जगह गाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “चाहे मदरसे हों, ईसाई स्कूल हों, मंदिर, चर्च, या गुरुद्वारे हों, हर जगह राष्ट्रगान की वंदना होनी चाहिए। पहले राष्ट्र को नमन करो, फिर अपने देवी-देवताओं की पूजा।”
संसद में मुद्दा गरमाया
रामेश्वर शर्मा के इस बयान के बाद विधानसभा में बहस छिड़ गई। विपक्ष ने उनके बयान को लेकर सवाल खड़े किए और इसे सभी धर्मों पर थोपने की कोशिश करार दिया। वहीं, बीजेपी ने इसे देशभक्ति से जोड़ते हुए समर्थन दिया।
राष्ट्रगान को अनिवार्य बनाने की मांग
रामेश्वर शर्मा ने यह मांग उठाई कि राष्ट्रगान को सभी शैक्षणिक और धार्मिक संस्थानों में अनिवार्य किया जाए। उनका कहना है कि इससे देशभक्ति की भावना मजबूत होगी और देश का स्वाभिमान और सम्मान बढ़ेगा।
यह बयान सत्र के दौरान चर्चा का मुख्य केंद्र बन गया है। विपक्ष और अन्य संगठनों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी है।