कल्याण में मराठी परिवार पर हमला: मराठी अस्मिता पर गरमाई राजनीति
महाराष्ट्र के कल्याण में मराठी परिवार पर हुए कथित हमले ने सियासी माहौल गर्मा दिया है। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इसे मराठी अस्मिता का मुद्दा बताते हुए सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, “बालासाहेब ठाकरे ने मराठी अस्मिता के सम्मान के लिए शिवसेना की स्थापना की थी। हमारी सरकार मराठी मानुष के मान-सम्मान की रक्षा करेगी।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान
विधान परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी, एसपी और शिवसेना-यूबीटी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इस मामले में आरोपी अखिलेश शुक्ला और उसकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी अखिलेश सरकारी नौकरी में है, और उसे निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
क्या है मामला?
कल्याण में मराठी और गैर-मराठी परिवार के बीच किसी विवाद के बाद मराठी परिवार पर कथित हमला हुआ। इस घटना ने मराठी अस्मिता से जुड़े सवालों को हवा दे दी है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
- अजित पवार: डिप्टी सीएम अजित पवार ने घटना पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे मराठी अस्मिता पर हमला करार दिया।
- राज ठाकरे: मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की।
सरकार का रुख
राज्य सरकार ने मराठी अस्मिता के सवाल को गंभीरता से लेते हुए इस मामले में तुरंत कार्रवाई की है। एकनाथ शिंदे ने कहा, “हम किसी भी मराठी परिवार के सम्मान से समझौता नहीं करेंगे। जिसने गलती की है, उसे सजा मिलेगी।”
सियासी संदेश
यह घटना मराठी अस्मिता से जुड़े मुद्दों पर फिर से राजनीतिक हलचल का कारण बन गई है। सभी दल इस मामले पर अपनी प्रतिक्रियाएं देकर मराठी जनता के साथ खड़े होने की कोशिश कर रहे हैं। इस विवाद से महाराष्ट्र की राजनीति में मराठी पहचान और अधिकारों का मुद्दा फिर से चर्चा के केंद्र में आ गया है।