नशेड़ी पति की प्रताड़ना से तंग महिला ने तीन मासूम बच्चों संग लगाई फांसी, चार की दर्दनाक मौत
प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के भदोही गांव में शनिवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। नशेड़ी पति से तंग आकर 30 वर्षीय दुर्गेश्वरी ने अपने डेढ़ साल के तीन मासूम बच्चों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। एक साथ चार लोगों की मौत से परिवार और ग्रामीण स्तब्ध हैं।
घटना का विवरण
दुर्गेश्वरी की शादी 10 नवंबर 2022 को संदीप उर्फ राजतेजा से हुई थी, जो सीआरपीएफ से सेवानिवृत्त रामबरन का इकलौता बेटा है। संदीप शराब का आदी था और अक्सर पत्नी के साथ मारपीट करता था। शादी के बाद 17 अगस्त 2023 को दुर्गेश्वरी ने प्राइवेट अस्पताल में तीन बच्चों (रौनक, उजाला और लक्ष्मी) को जन्म दिया था। बच्चों के इलाज में परिवार ने 20 लाख रुपये से अधिक खर्च किए थे।
दुर्गेश्वरी कुछ समय तक मायके में रही और दो माह पहले ससुराल लौटी थी। वह अपने बच्चों और सास-ससुर के साथ खुशी-खुशी जीवन व्यतीत करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन संदीप की प्रताड़ना ने सब कुछ खत्म कर दिया।
घटना की रात
शुक्रवार की रात संदीप ने शराब के नशे में पत्नी और मां के साथ मारपीट की। शनिवार की सुबह जब सास सुनीता ने काफी देर तक कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। शोर मचाने पर पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा, तो अंदर का दृश्य देखकर सबके होश उड़ गए। दुर्गेश्वरी और तीनों मासूम बच्चों के शव फंदे से लटक रहे थे।
परिवार में कोहराम
चारों शव देखकर परिवार में कोहराम मच गया। सास-ससुर बेसुध होकर रोते-बिलखते रहे। मासूम बच्चों की मौत ने हर किसी का दिल झकझोर दिया। गांव में मातम का माहौल छा गया है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी डॉ. अनिल कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और परिजनों से बातचीत की। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने संदीप के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
समाज के लिए संदेश
यह घटना न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। घरेलू हिंसा और नशे की लत के कारण एक मां ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ अपनी जान गंवा दी। यह घटना दिखाती है कि समाज में नशा और हिंसा कितनी गंभीर समस्याएं हैं। अब जरूरत है कि ऐसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाई जाए और ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी को टाला जा सके।