योगा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, अध्यात्मिक योग गुरु गिरफ्तार

ब्रिटेन के अखबार द सन की एक रिपोर्ट ने योगा सेंटर की आड़ में चल रहे एक खतरनाक सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेगोरियन बिवोलारू नामक योग गुरु, जो आध्यात्मिकता और तांत्रिक ज्ञान का प्रचार करता था, पर बलात्कार, मानव तस्करी और यौन शोषण जैसे गंभीर अपराधों का आरोप है।
महिला ने खोला काला सच
एक 30 वर्षीय महिला, जिसने मानसिक स्वास्थ्य और अध्यात्मिक शांति के लिए 2017 में लंदन स्थित तारा योगा सेंटर ज्वाइन किया था, ने बताया कि वह कैसे इस सेक्स पंथ में फंस गई। योग गुरु ने दावा किया कि वह भगवान का अवतार है और उसके साथ संबंध बनाने से अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होगा। महिला को शारीरिक और मानसिक रूप से ब्रेनवॉश कर, उसे सेक्स पंथ का हिस्सा बनने के लिए मजबूर किया गया।
महिला ने बताया कि बिवोलारू ने 1,000 कुंवारी लड़कियों के साथ सोने का लक्ष्य रखा था। उसने उसे टॉपलेस मसाज और ऑनलाइन सेक्स कैम गर्ल के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया।
सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
महिला ने खुलासा किया कि योग सेंटर के जरिए पार्टियों का आयोजन किया जाता था, जहां महिलाओं और पुरुषों को जबरन चुंबन और सेक्सी डांस के लिए प्रोत्साहित किया जाता था। धीरे-धीरे, इस तथाकथित योग गुरु की असलियत सामने आई।
इस मामले में 33 वर्षीय एग्नेस अरबेला मार्क्स ने भी खुलासा किया कि बिवोलारू ने 15 साल की उम्र में उसका यौन शोषण किया। उसने दावा किया कि बिवोलारू को विश्वास था कि 1,000 कुंवारी लड़कियों के साथ सोने से वह अध्यात्म का उच्चतम स्तर प्राप्त कर सकता है।
गुरु की गिरफ्तारी
नवंबर 2023 में फ्रांसीसी पुलिस ने ग्रेगोरियन बिवोलारू को मानव तस्करी, संगठित अपराध, और बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया। बिवोलारू का आध्यात्मिक एकीकरण आंदोलन (MISA) 28 देशों में फैला हुआ था और यह लोगों को धोखा देकर शोषण का केंद्र बन चुका था।