“प्रशासन नशेड़ी कांवड़ियों की सेवा करता है, जो लोगों को कुचलते हैं” AIMIM नेताओं ने मोदी और केजरीवाल पर साधा निशाना

नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के मद्देनजर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेताओं के हालिया बयान राजनीति के गलियारों में चर्चा का विषय बन गए हैं। पार्टी के यूपी अध्यक्ष शौकत अली, दिल्ली अध्यक्ष शोएब जमई और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्तफाबाद में पार्टी उम्मीदवार ताहिर हुसैन के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया, जहां उनके भाषणों में कई विवादास्पद टिप्पणियां सामने आईं।
शौकत अली का कांवड़ियों पर विवादित बयान:
AIMIM के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने अपने भाषण में कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “प्रशासन उन कांवड़ियों की सेवा करता है, जो शराब के नशे में लोगों को कुचलते हैं और दो महीने तक हाईवे बंद कर उनकी यात्रा करवाई जाती है।” इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा, “24 घंटे कीर्तन होते हैं और 4-5 लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं, हमें ऐतराज नहीं तो तुम्हें क्यों ऐतराज है?”
शौकत अली ने आगे कहा कि मुसलमानों को उनके धार्मिक कार्यों के लिए निशाना बनाया जाता है। “सड़कों पर नमाज पढ़ने से रोका जाता है, लेकिन धार्मिक जुलूसों को पूरी छूट दी जाती है। मुसलमानों के साथ भेदभाव किया जाता है जबकि हिंदू त्योहारों को सरकारी समर्थन मिलता है,” उन्होंने आरोप लगाया।
शोएब जमई का केजरीवाल पर हमला:
दिल्ली AIMIM के अध्यक्ष शोएब जमई ने भी जनसभा में अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “केजरीवाल मुसलमानों के हितैषी होने का दिखावा करते हैं, लेकिन उन्होंने तबलीगी जमात पर झूठे आरोप लगाए और मरकज पर एफआईआर दर्ज करवाई।” उन्होंने आरोप लगाया कि ताहिर हुसैन को साजिश के तहत जेल में रखा गया है, जबकि केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को जल्दी जमानत मिल गई।
असदुद्दीन ओवैसी का तीखा बयान:
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मोदी और केजरीवाल झूठ के कंपटीशन में फाइनलिस्ट हैं। अगर आप सच्चाई के साथ हैं, तो 5 तारीख को ना मोदी को वोट देना, ना केजरीवाल को।”
ओवैसी ने ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद की जनता का सच्चा हितैषी बताते हुए कहा, “ताहिर हुसैन ने अमन के दुश्मनों का सामना किया। अगर वह नहीं जीतेगा, तो कोई आपकी हिफाजत नहीं करेगा।” उन्होंने तबलीगी जमात पर केजरीवाल सरकार के रुख की भी आलोचना की।
विपक्षी दलों का पलटवार:
AIMIM नेताओं के इन बयानों पर भाजपा और आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं ने AIMIM पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया, जबकि आम आदमी पार्टी ने इसे चुनावी माहौल को बिगाड़ने की साजिश करार दिया।
चुनावी माहौल गर्म:
दिल्ली चुनाव के मद्देनजर यह बयानबाज़ी सियासी पारा चढ़ा रही है। जहां AIMIM अपने उम्मीदवारों को मजबूती देने की कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी दल इस बयानबाज़ी को ध्रुवीकरण के प्रयास के रूप में देख रहे हैं। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और सियासी घमासान देखने को मिल सकता है।