फडणवीस-शिंदे को झूठे केस में फंसाने की साजिश की जांच के लिए SIT गठित, उद्धव ठाकरे की बढ़ सकती है मुश्किलें

मुंबई, 28 जनवरी 2025: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को झूठे केस में फंसाने की कथित साजिश के खुलासे के बाद अब विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। यह कदम वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शंभूराजे देसाई ने मंगलवार को विधानसभा में उठाया। इस जांच दल का नेतृत्व एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सत्यनारायण चौधरी करेंगे, जिन्हें 30 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्टिंग ऑपरेशन से हुआ खुलासा
इस साजिश का खुलासा एक बिजनेसमैन संजय पुनमिया के दावे के बाद हुआ, जिसने एक स्टिंग ऑपरेशन की ओर इशारा किया। इस वीडियो में एक पूर्व पुलिस अधिकारी को फोन पर बातचीत में फडणवीस और शिंदे को गिरफ्तार करने की बात करते सुना गया। भाजपा एमएलसी प्रवीण दारकेकर ने इस स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो एक पेन ड्राइव के जरिए विधानसभा में पेश किया और SIT जांच की मांग की।
MVA सरकार पर गंभीर आरोप
दारकेकर का आरोप है कि महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (DGP) संजय पांडेय पर फडणवीस और शिंदे को झूठे मामलों में फंसाने का दबाव था। SIT अब इन दावों की गहराई से जांच करेगी, जिससे उद्धव ठाकरे और कई अन्य MVA नेताओं के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
विपक्ष ने साधा निशाना
वहीं, विपक्ष ने इस जांच को सियासी ड्रामा करार दिया है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि महायुति सरकार को सत्ता में आए तीन साल हो चुके हैं, फिर अब अचानक इस जांच की जरूरत क्यों पड़ी? विपक्ष इसे राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बता रहा है।
जांच के केंद्र में कई बड़े नाम
SIT की जांच का दायरा विस्तृत होगा, जिसमें पूर्व पुलिस अधिकारियों से लेकर तत्कालीन सरकार के वरिष्ठ नेताओं तक के नामों की जांच की जाएगी। देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला क्या नया मोड़ लेता है।