अयोध्या में दलित युवती से दरिंदगी: 48 घंटे में 3 दरिंदे पुलिस की गिरफ्त में

अयोध्या: राम नगरी अयोध्या में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 22 वर्षीय दलित युवती के साथ दरिंदगी कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने 48 घंटे के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन आरोपी गिरफ्तार
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजकरण नैयर ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मामला दर्ज कर पुलिस की दो टीमें गठित की गई थीं। 1 फरवरी को पीड़िता का शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान 30 जनवरी से लापता लड़की के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने चार विशेष टीमों का गठन कर वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र किए।
शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ कि युवती की हत्या किसी अन्य स्थान पर कर शव को नाले में फेंका गया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, वैज्ञानिक साक्ष्य और तकनीकी सर्विलांस के आधार पर हरिराम कोरी, विजय शाहू और दिग्विजय सिंह नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, और जल्द ही इस मामले में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
घटना अयोध्या कोतवाली के सहनवा गांव की है, जहां 30 जनवरी की रात पीड़िता भागवत कथा सुनने के लिए गई थी। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटी, तो परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिली।
अगले दिन युवती का शव एक नाले में बरामद हुआ। शव की स्थिति बेहद दर्दनाक थी—हाथ-पैर बंधे हुए थे, कपड़े अस्त-व्यस्त थे, शरीर पर गहरे घाव और फ्रैक्चर के निशान थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी युवती के साथ दरिंदगी और हत्या की पुष्टि हुई है।
महिला आयोग और प्रशासन का आश्वासन
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्य ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और त्वरित न्याय का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।
अयोध्या नगर निगम के मेयर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने भी परिवार से मुलाकात कर प्रशासन से न्याय की मांग की। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि इस जघन्य अपराध में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
इस नृशंस घटना से अयोध्या सहित पूरे प्रदेश में आक्रोश का माहौल है। परिजनों और स्थानीय लोगों ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।