महायुती में सत्ता वितरण को लेकर नाराजगी, मुख्यमंत्री की बैठक में उपमुख्यमंत्री शिंदे गैरहाजिर

महाराष्ट्र की महायुती सरकार में सत्ता वितरण के मुद्दे पर चल रही नाराजगी की खबरों ने फिर से जोर पकड़ लिया है। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शिवसेना के मंत्रियों ने असंतोष जताया था। इसके बाद बुधवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठक से उपमुख्यमंत्री और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे गैरहाजिर रहे। यह बैठक शहरी विकास विभाग से जुड़ी थी।
बैठक में एकनाथ शिंदे की अनुपस्थिति से राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। इससे पहले उद्योग मंत्री उदय सामंत ने विभागीय प्रमुख सचिव और एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की थी कि कई फैसले प्रशासनिक स्तर पर लिए जा रहे हैं। एसटी महामंडल के अध्यक्ष पद पर आईएएस अधिकारी की नियुक्ति और निजी सचिवों की नियुक्तियों पर मुख्यमंत्री कार्यालय का नियंत्रण होने से भी शिवसेना के मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं।
इससे पहले भी एकनाथ शिंदे एक मंत्रिमंडल बैठक और 100 दिनों की समीक्षा बैठक से अनुपस्थित रहे थे। इस बार मुख्यमंत्री की बैठक में भी उनकी गैरमौजूदगी से अटकलों को और बल मिला है।
महत्वपूर्ण बैठकों से अनुपस्थित रहे शिंदे
सह्याद्री अतिथिगृह में पुणे, नासिक, नागपुर और छत्रपति संभाजीनगर के विकास प्राधिकरण की बैठक होने वाली थी। साथ ही, नासिक नगर निगम के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से संबंधित बैठक भी थी। ये बैठकें शहरी विकास विभाग से जुड़ी थीं, जिनमें एकनाथ शिंदे की उपस्थिति आवश्यक थी।
गैरहाजिरी का कारण
सूत्रों के अनुसार, एकनाथ शिंदे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का हवाला देकर इन बैठकों में शामिल नहीं हुए। बताया जा रहा है कि शिंदे मलंगगढ़ उत्सव में शामिल होने चले गए, जिससे उनकी अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।