संजय राउत के खिलाफ शिवसेना महिला अघाड़ी का ‘जूते मारो’ आंदोलन, दी कड़ी चेतावनी

महाराष्ट्र की राजनीति में बेबाक बयानों के लिए मशहूर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना महिला अघाड़ी ने नीलम गोर्हे पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ गुरुवार को ‘जूते मारो’ आंदोलन किया।
शिवसेना महिला मोर्चा का जोरदार विरोध
शिवसेना महिला अघाड़ी की प्रमुख मीनाताई कांबली के नेतृत्व में बालासाहेब भवन में महिलाएं एकत्र हुईं और संजय राउत के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान राउत की तस्वीर पर जूते मारे गए और उन्हें चेतावनी दी गई कि अगर उन्होंने अपनी भाषा पर संयम नहीं रखा तो अगली बार मुंह पर चप्पल मारी जाएगी।
शिवसेना उपनेत्री शीतल म्हात्रे ने कहा कि संजय राउत महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने के लिए बदनाम हैं। उन्होंने नीलम गोर्हे, स्वप्ना पाटकर, कंगना रनौत और नवनीत राणा को भी निशाना बनाया था। उन्होंने साफ शब्दों में कहा,
“आज सिर्फ बैनर पर जूते मारे गए हैं, लेकिन अगर संजय राउत नहीं सुधरे, तो अगली बार यह उनके चेहरे पर पड़ेगा!”
क्या है विवाद?
दरअसल, नीलम गोर्हे ने हाल ही में उद्धव ठाकरे पर मर्सिडीज कार के बदले पद देने का आरोप लगाया था। इस पर संजय राउत ने नीलम गोर्हे को ‘निर्लज्ज’ कहा, जिससे शिवसेना के दोनों गुटों के बीच तकरार और बढ़ गई।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता
इस विरोध प्रदर्शन में शीतल म्हात्रे, तृष्णा विश्वासराव, शिल्पा देशमुख, कला शिंदे, सुवर्णा करंजे, सुशीबेन शाह, नीलम पवार, शीतल बित्रा, सुनिता वैती और मुंबई की कई महिला पदाधिकारी मौजूद रहीं। सभी ने एक सुर में संजय राउत के बयान की निंदा की और उनसे माफी मांगने की मांग की।
महाराष्ट्र की राजनीति में यह मामला अब तूल पकड़ चुका है और आने वाले दिनों में इस पर सियासत और गरमाने की पूरी संभावना है।