नागपुर हिंसा पर वारिस पठान और इम्तियाज जलील की प्रतिक्रिया – ‘कानून हाथ में लेने का हक किसी को नहीं, शांति बनाए रखें’

नागपुर: महाराष्ट्र में नागपुर हिंसा को लेकर AIMIM नेताओं वारिस पठान और इम्तियाज जलील की प्रतिक्रिया सामने आई है। वारिस पठान ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है और सरकार को दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, इम्तियाज जलील ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा कि हमें राजनीति और मीडिया के भड़काऊ खेल का शिकार नहीं बनना चाहिए।
‘बीजेपी ध्यान भटका रही, हिंसा की जांच हो’ – वारिस पठान
AIMIM प्रवक्ता वारिस पठान ने नागपुर में हुई हिंसा की कड़ी निंदा की और कहा,
“हम हर तरह की हिंसा का विरोध करते हैं। महाराष्ट्र सरकार को यह जांच करनी चाहिए कि आखिर ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं। बीजेपी के कुछ नेता लगातार समाज में नफरत फैलाते रहते हैं। हम हमेशा से कहते आ रहे हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “बीजेपी 400 साल पुराने औरंगजेब के मुद्दे को उठाकर जनता का ध्यान असली समस्याओं से भटका रही है।”
इम्तियाज जलील ने की शांति बनाए रखने की अपील
AIMIM महाराष्ट्र अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने भी हिंसा को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी और जनता से शांति बनाए रखने की अपील की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“किसी भी कीमत पर, चाहे कुछ भी हो जाए, हमें शांति बनाए रखनी है। हमें राजनेताओं और मीडिया के गंदे खेल का शिकार नहीं बनना चाहिए। इस समय हमें एकजुट रहने की जरूरत है।”
सरकार और विपक्ष में बढ़ी तकरार
नागपुर हिंसा को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।
- डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इसे सुनियोजित साजिश करार दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया।
- वहीं, AIMIM ने हिंसा की निंदा तो की, लेकिन साथ ही बीजेपी पर ध्यान भटकाने का आरोप भी लगाया।
अब देखना होगा कि सरकार इस हिंसा की जांच के लिए क्या कदम उठाती है और विपक्ष इसे लेकर क्या रणनीति अपनाता है।