मरे हुए शख्स का इलाज कर वसूले लाखों रुपये! अस्पताल पर गंभीर आरोप, परिजनों का हंगामा

बहराइच : ‘धरती का भगवान’ कहे जाने वाले डॉक्टरों की छवि पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। जिले के बिटाना एंड चंद्रावती अस्पताल पर मृत व्यक्ति का इलाज कर 9 लाख रुपये वसूलने का सनसनीखेज आरोप लगा है। मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर धोखाधड़ी और लालच का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
मृत व्यक्ति का इलाज कर वसूले 9 लाख रुपये!
जानकारी के मुताबिक, सड़क दुर्घटना में घायल एक युवक को बिटाना एंड चंद्रावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई, लेकिन परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने मौत छुपाकर मृत शरीर का इलाज जारी रखा और लाखों रुपये वसूले।
परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन हर दिन नए-नए खर्चे जोड़कर पैसे की मांग करता रहा। इस दौरान परिवार ने 2-3 बीघा जमीन बेचकर 10 लाख रुपये तक भर दिए।
गुस्साए परिजनों का हंगामा, सड़क जाम
जब परिजनों को युवक की मौत का पता चला, तो उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर अस्पताल परिसर में हंगामा किया और सड़क जाम कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम सदर, सीओ सिटी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात संभाले।
मृतक की पत्नी का दर्द: “पति को मरे 7 दिन हो गए”
मृतक की पत्नी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा:
“राहगीरों ने मेरे पति को अस्पताल पहुंचाया, जब तक हम पहुंचे, उन्हें आईसीयू में डाल दिया गया। हमें कहा गया पैसा जमा करो, हमने जमीन बेचकर 10 लाख रुपये दे दिए। हर दिन 1400 रुपये खाली बेड चार्ज लिया जाता रहा। दवाएं तक नहीं दी गईं। जब हमने कहा कि छुट्टी दे दो, तो कहा गया पैसे लाओ।“
महिला ने आरोप लगाया कि अस्पताल ने 6 यूनिट खून लिया लेकिन सिर्फ 1 यूनिट चढ़ाया। जब उन्होंने पति को घर ले जाने की बात कही, तो डॉक्टरों ने “जीवित हैं” कहकर discharge देने से मना कर दिया।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
हंगामे के बाद जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया, और परिजनों को शांत कराया गया।
अब सवाल उठता है कि अगर अस्पताल दोषी पाया गया तो क्या स्वास्थ्य विभाग इस घोटाले पर कोई सख्त कदम उठाएगा? या फिर यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?