नागपुर हिंसा: इरफान अंसारी का कातिल गिरफ्तार, क्या दंगाइयों के घरों पर बुल्डोजर चलाएगा प्रशासन?

नागपुर के महल गांधी गेट क्षेत्र में 17 मार्च को दो गुटों के बीच भयंकर दंगा भड़क गया। इस दौरान 38 वर्षीय इरफान अंसारी (बंदे नवाजनगर) पर हमला कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। तहसील पुलिस ने इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
इरफान अंसारी की मौत के मामले में पुलिस ने संतोष श्यामलाल गौड़ (28, हंसपुरी, टीमकी) को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा, एक नाबालिग को भी पुलिस हिरासत में लिया गया है। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में करीब 30 से 40 लोग इस हमले में शामिल दिख रहे हैं। फिलहाल पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है और उम्मीद है कि संतोष गौड़ से पूछताछ के बाद अन्य हमलावरों की पहचान हो सकेगी।
इरफान का परिवार संकट में
इरफान अंसारी वेल्डिंग का काम करते थे और 17 मार्च को काम के सिलसिले में इटारसी जा रहे थे। रेलवे स्टेशन की ओर जाते समय हंसपुरी क्षेत्र में दंगाइयों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान 6 दिन बाद उनकी मौत हो गई थी। इरफान अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके परिवार में पत्नी और 17 वर्षीय बेटी है, जिनका भविष्य अब संकट में है।
प्रशासन की कार्रवाई पर उठे सवाल
नागपुर नगर निगम ने हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। कथित मास्टरमाइंड फहीम खान के घर को सोमवार को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। अब प्रशासन ने एक अन्य आरोपी अब्दुल हाफिज शेख उर्फ मोहम्मद अयाज के घर (मकान नंबर 57, जौहरीपुरा, गांधीगेट, महल) पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
हालांकि, अब यह देखना होगा कि प्रशासन इरफान अंसारी के हत्यारों के घरों पर भी बुलडोजर चलाता है या फिर यह कार्रवाई केवल एक विशेष समुदाय तक ही सीमित रहती है। क्या प्रशासन निष्पक्ष तरीके से सभी आरोपियों के खिलाफ एक जैसी कार्रवाई करेगा? यह एक बड़ा सवाल बन गया है। पुलिस और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर अब सबकी नजरें टिकी हैं।