कपिल सिब्बल का केंद्र पर हमला – “हर धर्म में सुधार जरूरी, “सिर्फ मुस्लिमों को निशाना क्यों?”

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने 2 अप्रैल 2025 को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया, जिस पर संसद से लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है। इसी बीच, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सरकार पर निशाना साधते हुए हिंदू धर्म में भी सुधार की अपील की है।
“सिर्फ मुसलमानों को क्यों बनाया जा रहा है निशाना?”
कपिल सिब्बल ने कहा कि हर धर्म में सुधार की जरूरत है, लेकिन सरकार केवल मुस्लिम समुदाय को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि चाहे इस्लाम हो, हिंदू धर्म हो, ईसाई धर्म हो या कोई और धर्म, हर जगह बदलाव जरूरी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 के बाद से एक समुदाय को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि हिंदू धर्म में सुधार को लेकर सरकार कोई कदम क्यों नहीं उठाना चाहती।
“मस्जिद गिरती है तो पीएम मोदी चुप क्यों रहते हैं?”
सिब्बल ने आरोप लगाया कि जब किसी मस्जिद को गिराया जाता है, तो प्रधानमंत्री मोदी चुप रहते हैं। उन्होंने संभल के एक मामले का हवाला देते हुए कहा कि वहां भी सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि सरकार का एक खास एजेंडा चलता रहता है और प्रधानमंत्री इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते।
बेटियों की संपत्ति में हिस्सेदारी पर उठाया सवाल
संपत्ति के अधिकार पर सवाल उठाते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि हिंदू धर्म में वसीयत और संपत्ति कानूनों में बेटों को प्राथमिकता दी जाती है, जबकि बेटियां भी संतान होती हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या इस असमानता को दूर करने के लिए कोई कानून लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 10-11 सालों में सरकार ने तीन तलाक, समान नागरिक संहिता, लव जिहाद, बाढ़ जिहाद, थूक जिहाद और बुलडोजर न्याय जैसे मुद्दों पर मुस्लिम समुदाय को टारगेट किया है।
“धर्मनिरपेक्षता की असली पहचान आज होगी”
कपिल सिब्बल ने कहा कि भाजपा के सहयोगी दलों को भी अब अपना रुख स्पष्ट करना होगा। उन्होंने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को अब यह तय करना होगा कि वे धर्मनिरपेक्ष हैं या नहीं।
“बिहार चुनाव हार जाएंगे नीतीश कुमार”
सिब्बल ने कहा कि टीडीपी विधेयक में संशोधन लेकर आई है और वह इसका समर्थन करेगी क्योंकि आंध्र प्रदेश में चुनाव अभी दूर हैं। लेकिन जेडीयू के लिए स्थिति अलग है क्योंकि बिहार में चुनाव नजदीक हैं। उन्होंने कहा कि अगर जेडीयू ने इस विधेयक का समर्थन किया, तो वह बिहार चुनाव हार जाएगी।
उन्होंने संभावना जताई कि जेडीयू और एलजेपी वोटिंग से बाहर रह सकती हैं, जिससे भाजपा को बिल पास कराने का मौका मिल जाएगा। सिब्बल ने चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार से बयान देने की अपील की ताकि देश को पता चल सके कि कौन धर्मनिरपेक्ष है।