रिश्तों का कत्ल: पोते ने की हथौड़े से सिर कुचलकर दादी और बुआ की हत्या!

मुरादाबाद: जिसने उंगली पकड़कर चलना सिखाया, उसी का बेरहमी से कत्ल कर दिया। मुरादाबाद के सिविल लाइंस के आजाद नगर स्थित रेलवे हरथला कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां ऑटो खरीदने के लिए पैसे न देने पर साहिल शर्मा उर्फ सोनू (32) ने हथौड़े से वार कर अपनी 90 वर्षीय दादी सरोज शर्मा और 60 वर्षीय बुआ वंदना शर्मा की हत्या कर दी।
कैसे दिया घटना को अंजाम?
साहिल बचपन से ही अपनी दादी और बुआ के साथ रह रहा था। माता-पिता की मृत्यु के बाद दोनों ने ही उसकी परवरिश की थी। सरोज शर्मा को पति की पेंशन से 35 हजार रुपये मिलते थे, जिससे घर का खर्च चलता था। साहिल ऑटो खरीदना चाहता था, लेकिन दादी और बुआ उसे गाजियाबाद जाकर काम करने की सलाह दे रही थीं। इसी बात को लेकर गुरुवार रात विवाद हुआ था।
शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे जब साहिल ने फिर पैसों की मांग की और मना कर दिया गया, तो उसने गुस्से में आकर पहले बुआ वंदना पर हथौड़े से हमला किया। फिर बाल पकड़कर घसीटते हुए बाहर ले गया और दोबारा हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बेटी को बचाने आईं सरोज शर्मा पर भी उसने हथौड़े से वार कर सिर कुचल दिया, जिससे उनकी भी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद कैसे हुआ सरेंडर?
हत्या के बाद साहिल भागकर बरेली में अपनी फुफेरी बहन पूजा और बहनोई सुबोध के पास पहुंचा और पुलिस से बचाने की गुहार लगाई। सुबोध ने उसे समझाकर मुरादाबाद लौटने के लिए राजी किया। शुक्रवार दोपहर को रिश्तेदारों के साथ वह सिविल लाइंस थाने पहुंचा और हत्या करने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और हथौड़ा बरामद कर लिया।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर का दरवाजा खुलवाया, जहां मां-बेटी के शव पड़े थे। फोरेंसिक टीम ने भी जांच शुरू कर दी है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि साहिल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि हत्या के पीछे और कोई कारण तो नहीं था।