औरंगाबाद मनपा गुंठेवारी घोटाला! बिना घूस दिए नहीं मिलती फाइल पास – सय्यद इनामदार का बड़ा खुलासा

औरंगाबाद: मनपा के गुंठेवारी विभाग में नागरिकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और भ्रष्टाचार को लेकर आंबेडकर नॅशनल काँग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सय्यद मोईन इनामदार ने आज पत्रकार परिषद में गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब तक रिश्वत नहीं दी जाती, तब तक नागरिकों की फाइलें पास नहीं की जातीं।
साथ ही, गुंठेवारी विकास नियमितीकरण में महापालिका प्रशासन द्वारा लगाई गई शर्तें भी बेहद कठोर और अन्यायपूर्ण हैं, जिससे संपत्ति धारकों में भ्रम और चिंता की स्थिति बनी हुई है। शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाकर यह प्रचार किया जा रहा है कि “गुंठेवारी भरें और अपना निर्माण कार्य नियमित करें”, लेकिन जब नागरिक गुंठेवारी भरकर नियमितीकरण प्रमाणपत्र प्राप्त करते हैं, तो उसमें यह शर्त लिखी होती है कि “भविष्य में अगर निर्माण बाधित क्षेत्र में आता है, तो बिना किसी शर्त और मुआवज़े के वह स्थान महापालिका को हस्तांतरित करना होगा, और इस पर किसी भी प्रकार का मुआवज़ा नहीं दिया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी आवेदक की होगी।”
इनामदार ने इस शर्त को पूरी तरह से असंवैधानिक बताया और कहा कि यह शर्त नागरिकों के संपत्ति अधिकारों का उल्लंघन करती है। अगर किसी संपत्ति धारक की भूमि बाधित क्षेत्र में आती है और उसका निर्माण वैध रूप से नियमित किया गया है, तो उसे उचित मुआवज़ा मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह शर्त मनपा प्रशासन द्वारा बदले की भावना और तुच्छ मानसिकता से लगाई गई है। उन्होंने मनपा प्रशासन पर धमकी देकर काम कराने का भी आरोप लगाया।
इस दौरान गंगापुर के विधायक प्रशांत बंब द्वारा भी विधानसभा सत्र में मनपा आयुक्त पर सबूतों के साथ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने की बात कही गई, लेकिन अब तक सरकार ने कोई जांच के आदेश नहीं दिए हैं। इनामदार ने चेतावनी दी कि अगर सरकार जल्द ही जांच के आदेश नहीं देती, तो वे राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलकर यह मांग रखेंगे।
उन्होंने गुंठेवारी के कठोर नियमों को तत्काल शिथिल करने की मांग भी दोहराई।
