औरंगाबाद में जमीन विवाद ने ली खौफनाक करवट, निर्दोष व्यापारी की हत्या, परिवार गंभीर रूप से घायल

औरंगाबाद: शहर के सिडको क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर शुक्रवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। राजनीतिक समर्थन प्राप्त गुंड प्रवृत्ति के परिवार ने एक निर्दोष व्यापारी परिवार पर लाठियों, डंडों और धारदार चाकुओं से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में 38 वर्षीय प्रमोद रमेश पाडसवान की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई, जबकि उनके पिता रमेश पाडसवान (60 वर्ष) और पुत्र रुद्राक्ष (17 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। यह सनसनीखेज घटना एन-6 संभाजी कॉलोनी में दोपहर करीब 1 बजे घटी।
हमलावरों की पहचान सौरभ काशीनाथ निमोने, ज्ञानेश्वर काशीनाथ निमोने, गौरव काशीनाथ निमोने, वडील काशीनाथ निमोने, उनकी पत्नी शशिकला और दामाद मनोज दानवे के रूप में हुई है। पाडसवान परिवार पिछले 25 वर्षों से संभाजी कॉलोनी में रह रहा है और “संताजी किराना” नाम से दुकान चलाता है। विवाद की जड़ वह अतिरिक्त प्लॉट है, जिस पर पहले ज्ञानेश्वर निमोने गणपति स्थापना करता था। दो वर्ष पूर्व पाडसवान परिवार ने यह प्लॉट दुकान विस्तार के लिए खरीद लिया था, जिसके बाद से लगातार झगड़े शुरू हो गए।
गणेशोत्सव की तैयारियों के बीच विवाद ने उग्र रूप ले लिया। पाडसवान परिवार ने समझौते के तौर पर जेसीबी से निर्माण सामग्री हटाकर आधा प्लॉट गणेशोत्सव मंडप के लिए देने की सहमति जताई थी, लेकिन निमोने परिवार पूरे प्लॉट पर कब्जे की जिद पर अड़ा रहा। शुक्रवार को स्तंभ पूजन कार्यक्रम के दौरान, राजनीतिक पदाधिकारियों और माजी नगरसेवकों की मौजूदगी में ही दोनों परिवारों में झगड़ा भड़क उठा। देखते ही देखते निमोने परिवार ने लाठी, डंडे और चाकुओं से पाडसवान परिवार पर हमला बोल दिया।
इस हमले में प्रमोद पाडसवान की पीठ और पेट में गहरे घाव लगे, जिससे उनकी रास्ते में ही मौत हो गई। वहीं उनके पिता, पत्नी और नाबालिग बेटे सहित पूरा परिवार गंभीर रूप से घायल हुआ। घायलों का इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा है और डॉक्टर उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
यह घटना पूरे औरंगाबाद शहर में दहशत और आक्रोश का कारण बन गई है।
