औरंगाबाद: निर्दयी मां ने नवजात शिशु को गोनी में डालकर कचरे में फेंका, राहगीरों की सजगता से बची जान

औरंगाबाद: मानवता को शर्मसार करने वाली घटना औरंगाबाद के पुंडलिकनगर रोड पर गुरुवार (28 अगस्त) तड़के सामने आई। एक 24 वर्षीय महिला (मूल निवासी वाशीम, वर्तमान में गारखेडा निवासी) ने अपने एक दिन के नवजात शिशु को गोनी में डालकर कचरे में फेंक दिया। गोनी को एक आवारा कुत्ता सड़क पर घसीटकर ला रहा था। तभी वहां से गुजर रहे नागरिकों को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने तुरंत बच्चे को गोनी से बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी।
नवजात को कुत्ते ने छाती और पेट पर तीन जगह काट लिया था। उसे पहले निजी अस्पताल में और बाद में घाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे की हालत अभी स्थिर है।
12 घंटे में मां गिरफ्तार
पुंडलिकनगर पुलिस ने पूरे दिन गहन जांच की। सीसीटीवी फुटेज में एक युवती को गोनी में बच्चा फेंकते हुए देखा गया, हालांकि फुटेज साफ नहीं था। जांच के दौरान पुलिस को युवती की ऊँची सैंडल से सुराग मिला। उसी आधार पर आरोपी महिला को हिरासत में लिया गया। प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्राव होने के कारण उसे भी उपचार के लिए घाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह कार्रवाई पुलिस उपनिरीक्षक अर्जुन राऊत, कर्मचारी संदीप बीडकर, विलास सोळंके, प्रशांत नरवडे, अजय कांबळे, स्वाती राठोड और गिरिजा आंधळे ने की।
खुद ही की प्रसूति
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला का पति से अलगाव हो चुका है और वह पिछले 15 महीनों से गारखेडा में रह रही थी। उसने किसी की मदद लिए बिना स्वयं ही घर पर प्रसव किया। इसके बाद रात में बच्चे को गोनी में डालकर सड़क किनारे फेंक दिया। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि बच्चे का जन्म विवाहबाह्य संबंधों से हुआ हो सकता है। पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
इस घटना से पूरे शहर में आक्रोश और संवेदना का माहौल है।
