मराठा आरक्षण पर सरकार का दोहरा रवैया – तय्यब बापू देशमुख का आरोप

जालना: (प्रतिनिधि–कादरी हुसैन) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के जालना शहर उपाध्यक्ष तय्यब बापू देशमुख ने राज्य सरकार और भाजपा पर मराठा आरक्षण के मुद्दे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में मराठा समाज को आरक्षण दिलाने के लिए समाज के नेता मनोज जरांगे पाटिल लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उनके आह्वान पर 29 अगस्त 2025 से मुंबई के आज़ाद मैदान में विशाल आंदोलन शुरू हुआ है, जिसमें ग्रामीण अंचल से लाखों की संख्या में मराठा समाज जुटा है।
देशमुख ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल जानबूझकर आरक्षण देने में टालमटोल कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संविधान ने सभी समाजों को समान अधिकार दिए हैं, लेकिन आंदोलनकारियों को बुनियादी सुविधाएँ तक नहीं दी जा रहीं। यहां तक कि मुंबई में आंदोलनकारियों को पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं कराया गया।
उन्होंने बताया कि एक आंदोलनकारी को सिर्फ इसलिए पानी की बोतल दी गई क्योंकि उसने गले से भगवा रुमाल उतार दिया था। दुकानदार ने यह कहते हुए पानी देने से इनकार कर दिया कि “हमें देवेंद्र फडणवीस साहब का आदेश है कि भगवा रुमाल दिखने पर कुछ न दें।” देशमुख ने इसे लोकतंत्र और मानवता के खिलाफ करार दिया।
देशमुख ने आगे कहा कि भाजपा ने 2014 से हिंदुत्व के नाम पर सत्ता हासिल की, लेकिन न तो मराठा समाज को आरक्षण मिला और न ही मुस्लिम समाज को। मराठा समाज के लिए शिंदे समिति बनी, मुस्लिम समाज के लिए श्रीकृष्ण आयोग, रंगनाथ मिश्रा आयोग और अबुबर्रहमान आयोग गठित हुए, लेकिन किसी रिपोर्ट पर अब तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने यह भी कहा कि आज जब मराठा समाज को पीने के पानी और भोजन की सबसे ज्यादा जरूरत है, तब मुस्लिम समाज आगे आकर मदद कर रहा है। गरीब से गरीब मुस्लिम—चाहे वह हाथगाड़ी वाला हो, चाय की टपरी चलाने वाला हो, भंगार का काम करने वाला हो या पंक्चर बनाने वाला—सब मराठा आंदोलनकारियों की सेवा में लगे हैं। वहीं, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और संघ परिवार जैसे संगठन कहीं दिखाई नहीं दे रहे।
देशमुख ने जोर देकर कहा कि राज्य और देश “अठरा पगड़ी” समाज से मिलकर बना है और सबको साथ लेकर ही विकास संभव है।
उन्होंने नारा दिया – “मराठा समाज के आरक्षण के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। एक मराठा, लाख मराठा।”
