करीम लाला ने जन्म प्रमाणपत्रों की ऑनलाइन प्रक्रिया में गड़बड़ी पर जताया रोष

भोकरदन शहर में जन्म प्रमाणपत्रों की ऑनलाइन मान्यता को लेकर गंभीर समस्या सामने आई है। नागरिकों का कहना है कि कई बच्चों के पास नगर परिषद द्वारा जारी किए गए मूल जन्म प्रमाणपत्र मौजूद हैं, फिर भी जब उन्हें ऑनलाइन प्रक्रिया में दर्ज करने की कोशिश की जाती है, तो नगर परिषद की ओर से “नंद नहीं है” कहकर इन प्रमाणपत्रों को अमान्य कर दिया जाता है। इसके चलते नागरिकों को बार-बार डुप्लीकेट प्रक्रिया में फँसाकर अनावश्यक आर्थिक और मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बहुजन समाज पार्टी के शहराध्यक्ष करीम लाला ने इस विषय पर कड़ा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यह Births and Deaths Registration Act, 1969 का उल्लंघन है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक बार नगर परिषद द्वारा जारी किया गया मूल जन्म प्रमाणपत्र हमेशा मान्य होता है। इसे नकारकर नागरिकों को बार-बार परेशान करना पूरी तरह से गलत है।
करीम लाला ने कलेक्टर से मांग की है कि पुराने नगर परिषद द्वारा जारी किए गए जन्म प्रमाणपत्रों को तुरंत मान्यता दी जाए और उन्हें ऑनलाइन प्रक्रिया में शामिल किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को बार-बार डुप्लीकेट प्रमाणपत्र के झंझट में फँसाने की प्रथा तुरंत बंद की जाए।
इस मामले ने भोकरदन शहर में नागरिकों और प्रशासन के बीच तनाव बढ़ा दिया है, और लोग चाहते हैं कि समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए।
