मुख्य न्यायाधीश पर हमले के विरोध में राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गट) का धरना आंदोलन — हमलावर पर देशद्रोह और अत्याचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग

जालना/कादरी हुसैन
भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भूषण गवई पर हुए जूता फेंकने के हमले के विरोध में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गट) के सामाजिक न्याय विभाग की ओर से गुरुवार को जालना में धरना आंदोलन और निषेध सभा का आयोजन किया गया। यह आंदोलन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, पूर्व मंत्री श्री राजेशभैया टोपे तथा जिलाध्यक्ष डॉ. निसार अहमद देशमुख के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
आंदोलन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि,
“मुख्य न्यायाधीश जैसे सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर हमला केवल व्यक्तिगत अपराध नहीं, बल्कि भारत की न्याय व्यवस्था और लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है। इस कृत्य को देशद्रोह की श्रेणी में लाना चाहिए।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 15 अक्टूबर 2025 को न्यायालय की कार्यवाही के दौरान एक व्यक्ति राकेश किशोर ने जूता फेंककर माननीय मुख्य न्यायाधीश पर हमला करने का प्रयास किया। इस घटना को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गट) ने आरोपी पर देशद्रोह तथा अत्याचार निवारण अधिनियम (Atrocity Act) के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की।
कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को संबोधित निवेदन जिल्हाधिकारी कार्यालय, जालना के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय, नई दिल्ली को सौंपा।

इस अवसर पर जिल्हा अध्यक्ष सुरेश खंडाळे, शहर अध्यक्ष नंदकिशोर जागंडे, शहर उपाध्यक्ष तय्यब बापु देशमुख, बंडु डोईफोडे, तेजराव शिंदे, गणेश कदम, प्रकाश राऊत, सचिन गंगावणे, राजेश पंडित, रावसाहेब दाभाडे, रोहिदार वाहुळे, प्रदीप मघाडे, गणेश घाडगे सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सभा के दौरान कार्यकर्ताओं ने शपथ ली कि —
“न्यायपालिका और संविधान पर होने वाले किसी भी हमले का राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी तीव्र विरोध करेगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा अग्रणी भूमिका निभाएगी।”
