वंचित बहुजन आघाड़ी ने पुलिस को दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम — कार्रवाई न होने पर औरंगाबाद बंद का इशारा

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
वंचित बहुजन आघाड़ी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष बाळासाहेब आंबेडकर के खिलाफ सोशल मीडिया पर जानबूझकर प्रसारित किए जा रहे आपत्तिजनक वीडियो सीरीज़ का कड़ा विरोध जताया है। इसी संदर्भ में आघाड़ी के पदाधिकारियों ने आज 30 अक्टूबर 2025 को पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) रत्नाकर नवले से मुलाकात कर तुरंत कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के अनुसार, “राजकारण विदर्भाचे” और “देवाभाऊ समर्थक” नामक फेसबुक पेजों पर बाळासाहेब आंबेडकर के खिलाफ मॉर्फ किए गए आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित किए गए हैं। आघाड़ी का कहना है कि इन वीडियो का उद्देश्य समाज में वैमनस्य फैलाना है। इस संबंध में सायबर क्राइम विभाग को लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन शिकायत के बाद भी एक और वीडियो अपलोड किया गया।
इस घटनाक्रम के बाद वंचित बहुजन आघाड़ी के औरंगाबाद जिला पदाधिकारियों ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि संबंधित फेसबुक पेजों के एडमिन और जिम्मेदार व्यक्तियों पर आईटी एक्ट और अत्याचार निवारण कानून के तहत मामला दर्ज किया जाए, तथा सभी आपत्तिजनक वीडियो तुरंत हटाए जाएं। अन्यथा, 24 घंटे के भीतर कार्रवाई न होने पर औरंगाबाद शहर में बाजार, दुकानें और सड़कें बंद करने का आंदोलन शुरू किया जाएगा।
इस मुलाकात के दौरान वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख नेता अमित भुईगळ, जिला निरीक्षक योगेश गुलाबराव बन, पूर्व जिल्हाध्यक्ष रामेश्वर तायडे, पश्चिम जिल्हाध्यक्ष रुपचंद गाडेकर, युवा जिल्हाध्यक्ष सतीश गायकवाड, शहर अध्यक्ष पंकज बनसोडे, मध्य शहर अध्यक्ष मिलिंद बोर्डे, जिल्हा महासचिव मंगेश निकम, प्रवीण हिवाळे, रामदास वाघमारे, बाबासाहेब भारती, सतीश शिंदे, मुंजा तूपसमिंद्रे, रवी रत्नपारखे, प्रवीण जाधव, भाऊराव गवई, अजय मगरे, अमोल शिंदे और पंडित तुपे समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
वंचित बहुजन आघाड़ी के इस अल्टीमेटम से औरंगाबाद पुलिस प्रशासन के सामने बड़ा दबाव खड़ा हो गया है। अब देखना यह है कि अगले 24 घंटों में पुलिस क्या कदम उठाती है, इस पर पूरे शहर की निगाहें टिकी हैं।