BJP-NCP का प्रस्ताव: शिंदे को विपक्ष का नेता बनाने की कोशिश
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए एक हफ्ते से अधिक हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) ने एकनाथ शिंदे को विपक्ष के नेता के रूप में देखने का प्रस्ताव रखा है, यदि वे उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार नहीं करते हैं।
शिंदे ने सत्ता से बाहर रहने की जताई इच्छा
शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संकेत दिए हैं कि वे फिलहाल सत्ता से दूर रहना चाहते हैं। उनके करीबी सहयोगी और नव-निर्वाचित विधायक भारत गोगावले ने बताया कि शिंदे ने हाल ही में उन्हें अपनी यह इच्छा बताई। हालांकि, महायुति सहयोगियों ने शिंदे से सरकार का हिस्सा बनने का आग्रह किया है।
BJP-NCP का शिंदे को विपक्ष का नेता बनाने का प्रस्ताव
NCP के प्रवक्ता ने कहा कि शिंदे को विपक्ष का नेता बनाया जा सकता है, यदि वे उपमुख्यमंत्री पद नहीं स्वीकारते। विपक्ष का नेता मुख्यमंत्री के बाद दूसरा सबसे बड़ा पद है। इससे विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) कमजोर होगा और सरकार को आलोचना का सामना कम करना पड़ेगा।
MVA ने किया विरोध, कांग्रेस ने जताई आपत्ति
कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने शिंदे के विपक्ष के नेता बनने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि यह “तर्कहीन” है। उन्होंने जोर दिया कि MVA गठबंधन के पास विपक्ष के नेता पद का दावा करने का नैतिक और विधायी अधिकार है।
BJP-शिंदे में मतभेद जारी
सूत्रों के मुताबिक, BJP चाहती है कि शिंदे सरकार का हिस्सा बनें, लेकिन शिंदे देवेंद्र फडणवीस के अधीनस्थ उपमुख्यमंत्री बनने से हिचक रहे हैं। इसे वे अपनी स्थिति में गिरावट मानते हैं।
अगले कुछ दिन अहम
महाराष्ट्र की राजनीति में जारी यह खींचतान अगले कुछ दिनों में निर्णायक मोड़ पर पहुंच सकती है। मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस और विपक्षी रणनीतियों के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि शिंदे और अन्य दल कौन सा कदम उठाते हैं।