औरंगजेब पर टिप्पणी के मामले में अबू आजमी पुलिस के सामने पेश, कोर्ट ने दी थी अग्रिम जमानत

महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी बुधवार को मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश हुए। यह पेशी उनके द्वारा मुगल शासक औरंगजेब पर की गई टिप्पणी के मामले में दर्ज एफआईआर के तहत हुई।
अबू आजमी बोले – ‘कोर्ट ने पुलिस से ही सवाल कर दिया’
पुलिस स्टेशन जाने से पहले अबू आजमी ने कहा कि उन्हें पहले ही कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल चुकी है, और वे कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए पुलिस जांच में सहयोग कर रहे हैं।
अबू आजमी ने बताया,
“कोर्ट ने पुलिस से पूछा कि आपने मेरा स्टेटमेंट लिया? या मुझे पढ़कर सुनाया? पुलिस ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि ऐसे कैसे एफआईआर दर्ज कर ली गई?”
कोर्ट ने दी थी अग्रिम जमानत, जांच में सहयोग का आदेश
कोर्ट ने अबू आजमी को 20,000 रुपये के सॉल्वेंट सिक्योरिटी बांड पर जमानत देते हुए उन्हें 12, 13 और 15 मार्च को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश दिया था।
किस बयान पर हुआ था विवाद?
अबू आजमी पर औरंगजेब की प्रशंसा करने और मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के साथ हुई लड़ाई को राजनीतिक लड़ाई बताने का आरोप है। उन्होंने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमाएं अफगानिस्तान और म्यांमार तक फैली थीं और उस समय भारत की जीडीपी विश्व जीडीपी का 24% थी।
उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक बवाल मच गया था, और कई हिंदू संगठनों और राजनीतिक दलों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
क्या राजनीतिक विवाद और बढ़ेगा?
अबू आजमी के बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में फिर ध्रुवीकरण तेज होता दिख रहा है। यह मामला सिर्फ इतिहास पर बहस तक सीमित नहीं, बल्कि इससे धर्म और राजनीति के समीकरण भी प्रभावित हो सकते हैं।
अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या महाराष्ट्र की राजनीति में यह विवाद और गर्माएगा या नहीं।