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पारधी समाज को मुख्यधारा में लाना सरकार के साथ हमारी भी जिम्मेदारी – डॉ. गोपाल बछीरे

प्रतिनिधि: फिरदोस खान पठान

लोणार: पारधी समाज को मुख्यधारा में लाना केवल सरकार की ही नहीं, बल्कि हमारी भी जिम्मेदारी है। यह बात प्रो. डॉ. गोपाल बछीरे ने स्वतंत्रता सेनानी समशेरसिंह भोसले की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही।

लोणार तहसील के शारा गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पारधी समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। स्वराज्य की स्थापना में इस समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पारधी समाज भारत के आदिवासी समाज में से एक है, और इस समाज के लोग चव्हाण, पवार, शिंदे, सिसोदिया, भोसले जैसे उपनाम रखते हैं। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि पारधी समाज राजपूत समाज की ही एक शाखा है।

इस कार्यक्रम का आयोजन शेषराव शिंदे द्वारा किया गया था। इस दौरान कांग्रेस के तालुका अध्यक्ष राजेशभाऊ मापारी, शिवसेना उध्दव गुट के शहर प्रमुख गजानन जाधव, उपशहर प्रमुख लुकमान कुरैशी, अल्पसंख्यक सेना के शहर प्रमुख इकबाल कुरैशी, पूर्व नगरसेवक श्याम राऊत, शारा के सरपंच भागवत डव्हले, गुंध्या के सरपंच आश्रुबा फुके, रिसोड पारधी समाज के तालुका अध्यक्ष बाबुराव भोसले सहित पारधी समाज के बड़ी संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन राजेशभाऊ मापारी ने किया और आभार प्रदर्शन शेषराव शिंदे ने किया।

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