लोणार पुलिस ने नकली नोटों के गिरोह का किया पर्दाफाश, पांच आरोपी गिरफ्तार
प्रतिनिधि: फिरदोस खान पठान

लोणार पुलिस को 25 मार्च 2025 को गुप्त सूचना मिली कि एक व्यक्ति ₹100 और ₹500 के नकली नोटों को अपने पास रखकर बाजार में चला रहा है। इस सूचना के आधार पर लोणार पुलिस स्टेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पंचों के साथ हिरडव चौक पर जाल बिछाया और संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से ₹100 के कुल 7 नकली नोट बरामद किए गए।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोईन खान (निवासी लोणार) के रूप में हुई, जिसके खिलाफ सहायक पुलिस निरीक्षक (सपोनि) गणेश इंगोले की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 114/25, धारा 179, 180 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया। थानेदार निमीष मेहेत्रे के आदेश पर आगे की जांच पुलिस उपनिरीक्षक (पोउपनि) धनंजय इंगळे को सौंपी गई।
गिरोह के चार अन्य आरोपी भी गिरफ्तार
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी मोईन खान से पूछताछ कर नकली नोटों के गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
- मोहम्मद अतिक मोहम्मद लुकमान (41 वर्ष, निवासी नवीनगरी, लोणार)
- शेख लुकमान शेख कालू (56 वर्ष, निवासी आज़ाद नगर, लोणार)
- सैयद मुजाहिद अली सैयद मुमताज अली (23 वर्ष, निवासी रोशनपुरा, लोणार)
- अब्दुल रहीम अब्दुल रशीद (35 वर्ष, निवासी सुल्तानपुर)
नकली नोट और कमीशन की राशि जब्त
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उनके कब्जे से ₹100 के 19 नकली नोट और ₹10,000 की कमीशन राशि जब्त की। पूछताछ में आरोपियों ने यह भी कबूल किया कि पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए उन्होंने बाकी नकली नोटों को जला दिया।
मुख्य साजिशकर्ता की तलाश जारी
पुलिस फिलहाल नकली नोटों की छपाई और सप्लाई में शामिल मुख्य साजिशकर्ता की तलाश कर रही है। साथ ही, गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की खोजबीन की जा रही है। जांच के दौरान और भी आरोपियों के सामने आने की संभावना है।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई
इस कार्रवाई का नेतृत्व थानेदार निमीष मेहेत्रे ने किया, जो पुलिस अधीक्षक श्री विश्व पानसरे, अपर पुलिस अधीक्षक श्री बाबूराव महामुनी और उपविभागीय पुलिस अधिकारी (मेहकर) श्री प्रदीप पाटिल के मार्गदर्शन में संचालित हुई।
इस अभियान में सपोनि गणेश इंगोले, पोउपनि धनंजय इंगळे, पोहवा खराडे, पोहवा चव्हाण, पोना जाधव, पोशि लोढे, पोशि धोंडगे, पोशि शेळके और पोशि शिंदे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मामले की आगे की जांच पोउपनि धनंजय इंगळे और पोशि शेळके कर रहे हैं।