औरंगाबाद में महावितरण की बड़ी कार्रवाई: टीओडी मीटर में भी छेड़छाड़ संभव, बिजली चोरी का पर्दाफाश

औरंगाबाद: जालना जिले के बाद अब औरंगाबाद में भी महावितरण की टीम ने टीओडी (टाइम ऑफ डे) मीटर की मदद से बिजली चोरी का मामला उजागर किया है। इस अत्याधुनिक मीटर में कम्युनिकेशन पोर्ट के जरिए सीधा महावितरण सर्वर से कनेक्शन रहता है। मीटर खराब होने या उसमें छेड़छाड़ होते ही विभाग को तुरंत जानकारी मिल जाती है। इसी तकनीक से अब कई बिजली चोरी के मामले पकड़े जा रहे हैं।
महावितरण की सिडको एन-12 शाखा के सहायक अभियंता गणेश राठोड़, वरिष्ठ तकनीशियन विकास क्षीरसागर और लोकेश रगड़े 2 अगस्त को बिजली चोरी की जांच पर निकले थे। इस दौरान उन्होंने सिडको एन-11 इलाके में उमाकांत पेड्डी के मीटर की जांच की। जांच में सामने आया कि ग्राहक ने व्यावसायिक मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी की।
इस गड़बड़ी के कारण महावितरण को 5,860 रुपये का नुकसान हुआ। इसके अलावा ग्राहक ने 2,000 रुपये का समझौता शुल्क भरने से भी इनकार कर दिया। इस पर सहायक अभियंता राठोड़ की शिकायत के आधार पर उमाकांत पेड्डी के खिलाफ भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के तहत सिडको पुलिस थाने में 20 अगस्त को मामला दर्ज किया गया।
महावितरण की चेतावनी
महावितरण ने कहा है कि बिजली चोरी एक गंभीर अपराध है, जिसमें तीन साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। इसलिए अगर कोई व्यक्ति मीटर में छेड़छाड़ कर बिजली बिल कम करने का लालच दे, तो उसकी बातों में न आएं और तुरंत इसकी जानकारी महावितरण को दें।
