क्या बंद होने वाली है लाडकी बहिन योजना? शिंदे का बड़ा बयान, 26 लाख अयोग्य लाभार्थियों की हुई पहचान

महाराष्ट्र की महत्वाकांक्षी लाडकी बहिन योजना को लेकर पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं का बाजार गर्म है। विपक्ष लगातार हमलावर है और योजना बंद होने की अटकलें भी तेज हैं। लेकिन इन सबके बीच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान देकर सस्पेंस खत्म कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि “लाडकी बहिन योजना बंद नहीं होगी, यह आपके भाई का वचन है।”
शिंदे का आश्वासन
औरंगाबाद में मातंग समुदाय के लहूजी सेना सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि सरकार अपने सभी चुनावी वादों का सम्मान करेगी। उन्होंने किसानों की ऋण माफी का जिक्र करते हुए कहा कि हर वादा चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
26 लाख अयोग्य लाभार्थियों की पहचान
इससे पहले महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 26 लाख अयोग्य लाभार्थियों की पहचान की है। उनका डेटा जिला प्रशासन को सत्यापन के लिए भेजा गया है और जांच पूरी होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
तटकरे का बयान
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए तटकरे ने बताया कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने प्राथमिक तौर पर ऐसे लाभार्थियों की पहचान की है, जो योजना के मानदंडों के अनुसार पात्र नहीं हैं। ये लाभार्थी राज्य के लगभग सभी जिलों से हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के बाद केवल योग्य महिलाओं को ही योजना का लाभ निर्बाध रूप से मिलेगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस का रुख
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी रविवार को साफ किया था कि योजना का दुरुपयोग करने वालों पर रोक लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि “लाडकी बहिन योजना असली हकदार बहनों तक ही पहुंचेगी, और अवैध रूप से लाभ लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई तय है।”
योजना क्या है?
जुलाई 2024 में शुरू हुई इस योजना के तहत 21 से 65 वर्ष की आयु की उन महिलाओं को 1500 रुपये मासिक सहायता दी जाती है, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है।
👉 अब सबकी नजरें सरकार की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे साफ होगा कि योजना का भविष्य कैसा होगा और किन-किन पर कार्रवाई होगी।
