मराठा आरक्षण पर मनोज जरांगे पाटील का आंदोलन, सत्ताधारी और विपक्षी नेताओं का मिला ठोस समर्थन

मुंबई: मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मनोज जरांगे पाटील ने एक बार फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। मुंबई के आज़ाद मैदान में हो रहे इस आंदोलन को मराठा समाज के लाखों लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। आंदोलन के विस्तार और प्रभाव को देखते हुए अब सत्ताधारी और विपक्षी दोनों दलों के नेता भी जरांगे पाटील के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं।
सत्ताधारी नेताओं का समर्थन :
जरांगे पाटील के आंदोलन को सत्ता पक्ष से भी मजबूत समर्थन मिल रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के विधायक प्रकाश सोलंके, विजयसिंह पंडित और राजू नवघरे ने आंदोलन का समर्थन किया है। वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक विलास भुमरे ने भी जरांगे के आंदोलन के पक्ष में खड़े होकर एकजुटता दिखाई है। खास बात यह है कि विधायक प्रकाश सोलंके ने खुद आंदोलन स्थल पर शामिल होने का ऐलान किया है।
विपक्षी नेताओं का साथ :
विपक्षी खेमे से भी जरांगे पाटील को मजबूत समर्थन मिला है। राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) के विधायक संदीप क्षीरसागर और शिवसेना (ठाकरे गुट) के विधायक कैलास पाटील ने आंदोलन का समर्थन किया है। वहीं सांसद बजरंग सोनवणे (राष्ट्रवादी शरद पवार गुट), सांसद ओमराजे निंबाळकर (शिवसेना ठाकरे गुट) और सांसद संजय जाधव (शिवसेना ठाकरे गुट) ने भी जरांगे को खुला समर्थन दिया है। इनमें से बजरंग सोनवणे और संदीप क्षीरसागर सीधे आंदोलन स्थल पर मौजूद भी रहे।
आंदोलन को मिल रही गती :
जरांगे पाटील के नेतृत्व में हो रहा यह आंदोलन अब सामाजिक ही नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से भी अहम बनता जा रहा है। सोशल मीडिया पर लगातार अपील की जा रही है कि बड़ी संख्या में लोग आज़ाद मैदान पहुंचें। वहीं विधायक विजयसिंह पंडित ने अपने क्षेत्र में बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर आंदोलन के लिए समर्थन जताया है।
मराठा समाज की एकजुटता और राजनीतिक नेताओं के ठोस समर्थन से जरांगे पाटील का यह आंदोलन और भी व्यापक होता जा रहा है।
