मनोज जरांगे पाटिल की चेतावनी: मराठों के साथ बदसलूकी समाज नहीं भूलेगा, गांवों में नेताओं को मिलेगा जवाब
मुंबई : मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर मनोज जरांगे पाटील का सरकार पर हमला

मुंबई : मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे पाटील अपने लाखों समर्थकों के साथ मुंबई पहुंचे और आजाद मैदान में अनशन पर बैठ गए हैं। वहीं दूसरी ओर, महायुति सरकार आंदोलनकारियों से बातचीत के प्रयास कर रही है। इस बीच जरांगे पाटील ने सरकार पर जमकर हमला बोला।
जरांगे ने आरोप लगाया कि सरकार ने मराठों के साथ अमानवीय व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों को भोजन, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया है। जरांगे ने तीखे शब्दों में कहा – “सरकार अंग्रेजों से भी बदतर साबित हो रही है।”
उन्होंने कहा, “हम यहां दिखावा करने या मस्ती करने नहीं आए हैं। सरकार ने होटलों को बंद करवाया, पानी की व्यवस्था रोक दी और शौचालयों पर ताले जड़ दिए। हमारे बच्चे भूखे रह गए। सीएसएमटी पर भीड़ इसलिए जुटी क्योंकि चाय-दुकानें और शौचालय बंद कर दिए गए। अगर सरकार हठधर्मिता दिखाएगी तो हम भी पीछे हटने वाले नहीं। आंदोलन को अनुमति देना या गोली चलाना, यह फैसला सरकार के हाथ में है।”
जरांगे ने चेतावनी दी कि मुंबई में मराठों के साथ हुई बदसलूकी को समाज कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करेगी तो जब आपके नेता और पदाधिकारी गांवों में आएंगे तो मराठा समाज भी उन्हें जवाब देगा।
उन्होंने आगे कहा, “यह सरकार के पास गरीब मराठा समाज का दिल जीतने का मौका है। आरक्षण देकर सरकार हमेशा के लिए करोड़ों मराठों के दिल में जगह बना सकती है। लेकिन अगर सरकार टालमटोल करती रही तो आंदोलन और तेज होगा।”
जरांगे ने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई आरक्षण की मांग पूरी होने तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मराठा समाज दर्द लेकर मुंबई आया है और अब सरकार को जनमत का सम्मान करना ही होगा।
