जिला परिषद की नई इमारत अधूरी, विभागों के बिखराव से नागरिकों को भुगतनी पड़ रही भारी असुविधा

औरंगाबाद के औरंगपुरा स्थित जिला परिषद का कार्यालय, जिसे मिनी मंत्रालय कहा जाता है, नई इमारत बनने के बाद पूरी तरह बिखर गया है। जिला परिषद के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभाग अलग-अलग जगहों पर बिखरे हुए हैं। नतीजतन ग्रामीण भाग से आने वाले नागरिकों को जबरदस्त असुविधा झेलनी पड़ रही है।
नई इमारत का बांधकाम पूरा हो चुका है, लेकिन उसमें बिजली आपूर्ति, फर्नीचर और अन्य काम अधूरे पड़े हैं। इन कार्यों के लिए आवश्यक निधि उपलब्ध नहीं है। जब तक यह निधि मंजूर नहीं होती, तब तक विभागों को नई इमारत में शिफ्ट करना संभव नहीं होगा। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि आखिर कब सारे विभाग एक ही छत के नीचे कार्यरत होंगे। तब तक ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों का समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है। साथ ही विभाग बिखरे होने के कारण प्रशासनिक नियंत्रण रखना भी मुश्किल हो गया है।
कौन सा विभाग कहाँ है?
- स्वास्थ्य विभाग – आरोग्य उपसंचालक कार्यालय, बाबा पंप
- शिक्षा विभाग (माध्यमिक व प्राथमिक) – चेळीपुरा हाईस्कूल, स्टेशन रोड
- पंचायत विभाग – डीआरडीए टाइप निवासस्थान, पानचक्की रोड
- समाजकल्याण विभाग – डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक न्याय भवन, खोकडपुरा
- पशुसंवर्धन विभाग – डीआरडीए के पास, घाटी हॉस्पिटल के सामने
- कृषि विभाग – सामाजिक न्याय भवन, खोकडपुरा
- पानीपुरवठा विभाग – जिल्हा परिषद कन्या प्रशाला इमारत के बगल में
- यांत्रिकी विभाग – जि.प. कन्या प्रशाला, औरंगपुरा
- स्वच्छ भारत मिशन – नारळीबाग
- वेतन, वेतन पडताळणी व गट विमा योजना – नारळीबाग निवासस्थान
- महिला व बालकल्याण, सीईओ कार्यालय, डिप्टी सीईओ कार्यालय, वित्त, बांधकाम, सिंचन विभाग, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष व अन्य समितियों के दफ्तर – जिला परिषद भवन में
इस बिखराव के चलते कामकाज के लिए आने वाले लोगों को अलग-अलग जगह चक्कर काटने पड़ रहे हैं। आम नागरिकों की समस्याओं पर कोई ठोस समाधान न होने से नाराजगी बढ़ती जा रही है।
