हालात को देखते हुए जालना में जुलूस-ए-मुहम्मदी रद्द, समाज की भलाई और अमन-शांति को दी प्राथमिकता – इरफान कैप्टन

जालना: (प्रतिनिधि–कादरी हुसैन) पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब की पैदाइश के शुभ अवसर पर हर साल की तरह इस वर्ष भी जालना शहर में मियाँ साहब दर्गाह से परंपरागत जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाले जाने की तैयारी थी। मुस्लिम समाज की ओर से यह जुलूस आज सोमवार, 8 सितंबर 2025 को आयोजित करने का निर्णय पहले ही लिया गया था।
लेकिन पिछले कुछ दिनों से शहर की कानून-व्यवस्था और हालात को देखते हुए आयोजक मंडल ने अहम बैठक बुलाई। बैठक के बाद जुलूस के जिम्मेदार इरफान कैप्टन ने जानकारी देते हुए कहा कि समाज की भलाई और शहर की अमन-शांति को प्राथमिकता देते हुए इस बार का जुलूस रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा, “हमारे त्योहार भाईचारे, एकता और शांति के प्रतीक हैं। जब समाज और शहर की स्थिति संवेदनशील हो, तो ज़िम्मेदारी इसी में है कि हम शांति को बनाए रखें। यही वजह है कि इस बार सामूहिक निर्णय लेकर जुलूस रद्द किया गया।”
इरफान कैप्टन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय समाज और शहर के हित को ध्यान में रखकर लिया गया है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे आपसी भाईचारा बनाए रखें और शांति का संदेश आगे बढ़ाएं।
👉 जुलूस-ए-मुहम्मदी का रद्द होना जालना में इस समय अमन-शांति को प्राथमिकता देने का बड़ा उदाहरण माना जा रहा है। यह कदम समाज की जिम्मेदारी और परिपक्वता को दर्शाता है, जिससे शहर में सौहार्द और भाईचारा कायम रखने में मदद मिलेगी।
