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मेघा इंजीनियरिंग पर 94 करोड़ का जुर्माना: विधायक बाबनराव लोणीकर का पलटवार, रोहित पवार को राजनीतिक संन्यास की नसीहत

जालना: (प्रतिनिधि–कादरी हुसैन) हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड (MEIL) कंपनी पर परतूर तालुका (जालना-परभणी) में अवैध रेत व मुरूम उत्खनन के चलते लगाए गए 94.68 करोड़ रुपये के जुर्माने ने महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल खड़ा कर दिया है। इसी मुद्दे पर परतूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक बाबनराव लोणीकर ने 9 सितंबर 2025 को जालना के श्री भक्ति निवास, यशवंत नगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार पर सीधा हमला बोला।

लोणीकर ने कहा कि पवार द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप झूठे हैं और उन्होंने जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है। लोणीकर ने यहां तक कह दिया कि “अगर रोहित पवार में जरा भी नैतिकता बची है तो उन्हें राजनीतिक संन्यास ले लेना चाहिए।”


मामला क्या है?

250 किलोमीटर लंबे पालखी दिंडी मार्ग परियोजना का ठेका MEIL कंपनी को दिया गया था। आरोप है कि वर्ष 2018-19 में कंपनी ने परतूर तालुका में 26,666 ब्रास रेत और 52,166 ब्रास मुरूम अवैध रूप से निकाला, जिससे सरकार को करीब 95 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

राजस्व विभाग ने कंपनी पर जुर्माना ठोका, जिसमें अपर जिलाधिकारी, जालना ने 38.70 करोड़ और तहसीलदार, परतूर ने 55.98 करोड़ रुपये वसूल किए। कंपनी ने अपील की, लेकिन विभागीय आयुक्त, छत्रपती संभाजीनगर ने उसे खारिज कर दिया। मामला तत्कालीन राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील तक पहुँचा।

21 अगस्त 2025 को हुई सुनवाई में कंपनी ने जुर्माना माफ करने की मांग की, लेकिन विखे पाटील ने इसे सिरे से नकारते हुए सिर्फ 1% राशि (17.28 लाख रुपये) जमा करने की अस्थायी अनुमति दी। इसके चलते जब्त की गई 5 क्रेन और 12 ट्रक कंपनी को लौटाए गए।


लोणीकर का पलटवार

प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोणीकर ने साफ कहा—

  • “94.68 करोड़ रुपये की वसूली होगी, यह मेरी गारंटी है।”
  • “1% जमा करना राहत नहीं, बल्कि अपील प्रक्रिया का हिस्सा है।”
  • “यह मामला विखे पाटील के कार्यकाल का है, वर्तमान राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे को बदनाम करना गलत है।”
  • “रोहित पवार हवा में तीर चला रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं।”

उन्होंने 18 अगस्त 2025 को जालना और परभणी के उपविभागीय दंडाधिकारी द्वारा जारी पत्रों का हवाला दिया, जिसमें संपूर्ण वसूली और भुगतान न होने पर जब्त माल की नीलामी का आदेश है।


रोहित पवार के आरोप और राजनीतिक हलचल

8 सितंबर 2025 को रोहित पवार ने X (पूर्व ट्विटर) पर आरोप लगाया था कि “बावनकुळे ने मात्र 1% राशि लेकर मामला निपटा दिया।” इसके जवाब में लोणीकर ने पवार को झूठा करार देते हुए राजनीतिक संन्यास की नसीहत दी।
बावनकुळे ने भी X पर लोणीकर का समर्थन किया। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस पूरे मामले की CBI जांच की मांग उठाई।


पर्यावरण और किसान हित में नुकसान

अवैध खुदाई से नदियों की धारा बदली, जलस्रोत कम हुए और मिट्टी का क्षरण बढ़ा।

  • हरित जालना के पर्यावरण कार्यकर्ता अजय देशमुख ने कहा—“अनियंत्रित उत्खनन ने नदी का संतुलन बिगाड़ दिया।”
  • किसान समिति अध्यक्ष रमेश पवार ने बताया कि सिंचाई जलस्तर घटने से किसानों की आय पर बुरा असर पड़ा।

लोणीकर ने कहा कि “किसानों पर सख्त कानून लागू होते हैं, लेकिन बड़ी कंपनियों को राहत दी जाती है। यह सरासर अन्याय है। सरकार को पारदर्शिता और कठोरता के साथ काम करना होगा।”


निष्कर्ष

मेघा इंजीनियरिंग मामला अब केवल जुर्माने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राजनीतिक टकराव, पर्यावरणीय संकट और किसान हितों से भी जुड़ गया है।
लोणीकर ने अंतिम रूप से दोहराया—
“यह मामला बावनकुळे का नहीं, बल्कि विखे पाटील के कार्यकाल का है। किसानों और पर्यावरण का नुकसान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूरे 94.68 करोड़ रुपये की वसूली निश्चित होगी।”

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