सीरत-ए-तैय्यबा पर अमल से मिलती है दुनिया और आख़िरत की सफलता – मौलाना सुहैल नदवी
हुदा उर्दू हाई स्कूल जालना में सीरतुन्नबी ﷺ कार्यक्रम, बच्चों की तकरीरों ने दिल जीता

जालना: (प्रतिनिधि–कादरी हुसैन) हुदा उर्दू हाई स्कूल, जालना में जमीयत उलमा अरशद मदनी, जिला जालना के तत्वावधान में एक यादगार “सीरतुन्नबी ﷺ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना सैयद नसरुल्लाह हुसैनी सुहैल नदवी ने की। बच्चों और छात्राओं ने हज़रत मोहम्मद ﷺ की पवित्र सीरत पर दिलकश तकरीरें और जज़्बाती अंदाज़ में विचार प्रस्तुत किए, जिन्हें सुनकर माहौल ईमान और मोहब्बत से भर उठा।
मौलाना सुहैल नदवी ने अपने संबोधन में कहा कि असली सफलता तभी संभव है जब हम अपनी शिक्षा, चरित्र और जीवन के हर पहलू में रसूल ﷺ के उस्वा-ए-हसना को अपनाएँ। उन्होंने कहा कि आज समाज जिन बुराइयों से जूझ रहा है, उन्हें दूर करने का रास्ता केवल सीरत-ए-पाक पर अमल करना है। जमीयत उलमा पिछले पाँच वर्षों से सीरत-ए-सर्वर-ए-कौनैन ﷺ की इस मुहिम को लगातार आगे बढ़ा रही है।

इस अवसर पर मौलाना ईसा ख़ान काशिफ़ी ने भी बच्चों और शिक्षकों को मुबारकबाद दी और कहा कि ऐसे शैक्षणिक संस्थान मिल्लत के बच्चों के लिए दीन और दुनिया दोनों की ज़रूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाते हैं। तकरीरी मुकाबले में मनशा बिन्त अतीक ख़ान ने प्रथम और सबा बिन्त बशीर बाग़बान ने द्वितीय स्थान हासिल किया।
अता मोहम्मद बख़्शी, इक़बाल पाशा, मौलाना अब्दुल्लाह सिराजी और अन्य वक्ताओं ने शिक्षा और सीरत की अहमियत पर ज़ोर दिया और अब्दुल वहिद साहब की कोशिशों की सराहना की। कार्यक्रम में कारी मोहम्मद मुआज़ ने नात-ए-रसूल ﷺ पेश की, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का संचालन मौलाना रियाज़ साहब ने किया। अंत में संस्थान के अध्यक्ष अब्दुल वहिद साहब ने रसूल ﷺ से अपनी मोहब्बत का इज़हार करते हुए नज़्र-ए-अक़ीदत पेश की और सभी मेहमानों व सहयोगियों का शुक्रिया अदा किया। कार्यक्रम की कामयाबी में हेड मास्टर उबैद सर और पूरी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
