अनैतिक मानव तस्करी प्रतिबंधक कक्ष की सफलता – फरार आरोपी और नाबालिग पीड़िता को औरंगाबाद से किया गिरफ्तार

जालना/कादरी हुसैन
अनैतिक मानव तस्करी प्रतिबंधक कक्ष, जालना ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई को अंजाम देते हुए वर्ष 2024 से लापता नाबालिग पीड़िता और आरोपी युवक को औरंगाबाद से ढूंढ निकालने में सफलता हासिल की है।
मामला 15 नवंबर 2024 का है, जब पोस्टे पारध क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की को अन्वा टांडा (ता. भोकरदन, जि. जालना) निवासी युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया था। इस संबंध में पारध पुलिस स्टेशन में भा.दं.सं. की धारा 137(2) के तहत अपराध दर्ज किया गया था। लेकिन लंबे समय तक पीड़िता और आरोपी का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार बंसल के आदेशानुसार, इस प्रकरण की आगे की जांच अनैतिक मानव तस्करी प्रतिबंधक कक्ष को सौंपी गई। कक्ष की टीम ने तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना तंत्र के माध्यम से गहन पड़ताल कर आखिरकार आरोपी और पीड़िता का ठिकाना औरंगाबाद में पता लगाया। तत्पश्चात दोनों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई हेतु पारध पुलिस स्टेशन को सुपुर्द किया गया।
इस उल्लेखनीय सफलता को पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार बंसल, अपर पुलिस अधीक्षक श्री आयुष नोपाणी, उपविभागीय पुलिस अधिकारी श्री अनंत कुलकर्णी तथा पुलिस निरीक्षक (स्थागुशा) श्री पंकज जाधव के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। कार्रवाई में कक्ष की प्रभारी अधिकारी दीपाली शिंदे, पोउपनि रवींद्र जोशी, पोउपनि संजय गवली, पोहेकॉ कृष्णा देठे, पोहेकॉ सागर बाविसकर (स्थागुशा), महिला अमलदार संगीता चौहान, पुष्पा खरटमल, आरती साबळे, रेनुका राठोड़ तथा चालक पुलिस अमलदार संजय कुलकर्णी का विशेष योगदान रहा।
यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सजगता और तकनीकी दक्षता का उदाहरण है, बल्कि कानून-व्यवस्था पर जनता का भरोसा और मजबूत करने वाली भी साबित हुई है।
