पैठण तालुका में बारिश का कहर: बादल फटने जैसी बारिश से जनजीवन ठप, फसलों का भारी नुकसान

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
औरंगाबाद ज़िले के पैठण तालुका में शनिवार मध्यरात्रि को बादल फटने जैसी भीषण बारिश हुई। पाचोड, आडूळ, कडेठण और विहामांडवा सहित कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
फसलें पानी में डूबीं
हर्षेबुद्रुक गांव के खेतों में पानी भरने से तूर, उड़द, सोयाबीन, गन्ना, कपास और प्याज की फसलें बुरी तरह बर्बाद हो गईं। खेतों के साथ-साथ नागरिकों के घरों और सड़कों पर भी पानी भर गया। अचानक आई इस आपदा ने किसानों को हताश कर दिया है। वे अब सरकारी मदद की मांग कर रहे हैं।
किसान अंबादास फुके का नुकसान
हर्षेबुद्रुक के किसान अंबादास फुके ने 1 एकड़ में प्याज की खेती की थी। उन्हें उम्मीद थी कि करीब 10–11 टन प्याज का उत्पादन होगा। लेकिन शनिवार रात की मूसलधार बारिश ने सारी फसल बहा दी। इस खेती पर उन्होंने 40 से 50 हज़ार रुपये का खर्च किया था। फुके ने सरकार से तुरंत मुआवज़ा देने की मांग की है।
दुहरी मार झेल रहे किसान
गांव के किसानों का कहना है कि केवल फसलें ही नहीं, बल्कि खेतों में बनी कई कुएं भी ढह गए हैं, जिससे उनका नुकसान दोगुना हो गया है। खरीफ सीजन की लगभग सभी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कपास, तूर और गन्ने की फसलें पूरी तरह पानी में डूब गई हैं।
पंचनामा और मुआवज़े की मांग
गांववालों ने तलाठी मंडल, राजस्व विभाग और फसल बीमा कंपनियों के अधिकारियों से तुरंत गांव का दौरा कर नुकसान का पंचनामा करने और शीघ्र मुआवज़ा दिलाने की मांग की है।
