पैठण के जिला परिषद स्कूल में मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिवस उत्साह के साथ मनाया गया

पैठण / नुमान पठान
जिला परिषद स्कूल पैठण में 78वां मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी भाऊराव कानडे के पोते डॉ. बाबुराव कानडे के हाथों ध्वजारोहण किया गया।
इसके बाद विद्यालय परिसर में सामूहिक राष्ट्रगान, राज्यगीत, मराठवाड़ा गीत और विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक कवायद का प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर विद्यालय के खेल विभाग प्रमुख समशेर पठान ने अपने उद्बोधन में कहा कि मराठवाड़ा निजाम के अधिपत्य में था। निजाम सरकार ने 224 वर्षों तक हैदराबाद संस्थान पर शासन किया। अंतिम निजाम मीर उस्मान अली के काल में रज़ाकार संगठन अस्तित्व में आया। निजाम का सेनापति क़ासिम रिज़वी इस संगठन का प्रमुख था, जिसने मराठवाड़ा की आम जनता पर अत्याचार किए। जनता उसके जुल्मों से तंग आकर स्वतंत्रता सेनानियों के साथ रज़ाकारों के खिलाफ लड़ी। इस संघर्ष में पैठण के भाऊराव कानडे, पूर्व केंद्रीय मंत्री शंकरराव चव्हाण, पूर्व नगराध्यक्ष दिगंबर कावसानकर, त्र्यंबकदास पटेल, इतिहासकार बाळासाहेब पाटील सहित कई सेनानी शामिल हुए। सभी स्वतंत्रता सेनानियों को त्रिवार नमन।
शिक्षण विस्तार अधिकारी प्रकाश लोखंडे ने अपने संबोधन में कहा कि यह विद्यालय बहुत पुराना है। यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री शंकरराव चव्हाण, प्रसिद्ध लेखक पु. ल. देशपांडे, पूर्व राज्य मंत्री अनिल पटेल सहित कई नगराध्यक्ष, न्यायाधीश, वकील, डॉक्टर, प्राचार्य, प्राध्यापक, शिक्षक, इंजीनियर, व्यापारी और समाजसेवक निकले हैं। विद्यालय के कई विद्यार्थी मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल हुए थे। इनमें बजरंग दळवी बटालियन के कप्तान रहे। यह हमारे लिए गर्व की बात है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्याध्यापक अंकुश गाढे ने की, जबकि प्रमुख अतिथि डॉ. बाबुराव कानडे, शिक्षण विस्तार अधिकारी प्रकाश लोखंडे, केंद्र प्रमुख शिंदे, श्रीबास, विद्यार्थी भारत आठवले, एनसीसी प्रमुख ताराचंद हिवराळे और उर्दू विभाग प्रमुख फैय्याज शेख उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन दिलीप तांगड़े ने किया और आभार प्रदर्शन राजेश पाखरे ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शेख यास्मिन परवीन, वैशाली कुटेज्योती बलखंडे और शेख चांद ने विशेष प्रयास किए।
