मराठवाड़े में अतिवृष्टि का कहर: 9 दिनों में 5,320 गांवों की फसल चौपट

औरंगाबाद/प्रतिनिधि
अगस्त महीने में औसत से डेढ़ गुना अधिक बारिश के बाद जोम में आए खरीफ हंगाम की फसलें अब चौपट हो चुकी हैं। सितंबर के दूसरे हफ्ते से जारी मूसलधार बारिश ने अब तक 5,320 गांवों की फसलों को कीचड़ में बदल दिया है। मराठवाड़े पर आसमान से आफ़त टूट पड़ी है।
22 सितंबर की सुबह तक औरंगाबाद जिले के 9, जालना के 10, बीड के 29, लातूर के 3, उस्मानाबाद के 21 जबकि नांदेड और परभणी जिलों के एक-एक मंडल में अतिवृष्टि दर्ज की गई। अकेले पैठण तालुका के आपेगांव मंडल में 166 मिमी बारिश हुई। सितंबर महीने में सिर्फ एक ही दिन में 75 मंडलों में हुई अतिवृष्टि ने इस साल का नया रिकॉर्ड बना दिया।
विभागीय प्रशासन ने पिछले तीन महीनों की तुलना में हुए नुकसान का आकलन कर सरकार को 2,300 करोड़ रुपये की भरपाई का प्रस्ताव भेजा है। जून, जुलाई और अगस्त महीने के लिए 700 करोड़ की मंजूरी मिल चुकी है, मगर वास्तविक नुकसान इससे कहीं ज्यादा है।
पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा
पिछले साल 22 सितंबर तक मराठवाड़े में 746 मिमी (117%) बारिश हुई थी, जबकि इस साल अब तक 789 मिमी (124%) बारिश दर्ज की गई है।
गांवों का संपर्क टूटा, लोगों का विस्थापन
पिछले दो दिनों में औरंगाबाद, जालना, बीड और उस्मानाबाद जिलों के 22 गांवों का संपर्क टूट गया। बाढ़ की स्थिति से प्रभावित 70 लोगों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया गया। राहत और बचाव कार्य में राजस्व विभाग, सेना, नगरपालिका और अग्निशमन विभाग की टीमें जुटी रहीं।
9 दिनों में भारी नुकसान
12 से 22 सितंबर के बीच हुई लगातार अतिवृष्टि ने 266 मंडलों के 5,320 गांवों की खरीफ फसलों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। बारिश की रफ्तार और नुकसान का ब्यौरा इस प्रकार है:
- 13 सितंबर – 19 मंडल
- 14 सितंबर – 53 मंडल
- 15 सितंबर – 32 मंडल
- 16 सितंबर – 41 मंडल
- 17 सितंबर – 15 मंडल
- 18 सितंबर – 5 मंडल
- 19 सितंबर – 7 मंडल
- 20 सितंबर – 10 मंडल
- 21 सितंबर – 9 मंडल
- 22 सितंबर – 75 मंडल
कुल: 266 मंडलों में भारी तबाही।
